Uttarakhand News, 13 March 2023: पिता मधुर मुरली की हत्या करने से पहले प्रिंस ने दुकान पर बैठी अपनी दादी हीरामणि देवी को पड़ोस में रहने वाले चाचा विजय के यहां भेज दिया था। इस कारण आशंका जताई जा रही है कि प्रिंस पिता की हत्या का इरादा करके ही घर आया था।

जानकारी के अनुसार, शनिवार शाम साढ़े सात बजे मधुर मुरली अपनी मां हीरामणि देवी को दुकान पर बैठाकर घर में पूजा करने चले गए थे। इसी दौरान प्रिंस आया और दुकान में बैठी दादी को बगल में रहने वाले अपने चाचा के घर भेज दिया। इसके बाद घर के अंदर गया और उसकी रुपयों के लिए पिता से बहस हो गई। पिता के रुपये देने से इन्कार करने पर उसने सिल-बट्टा से पिता के सिर पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। बाद में शव को ठिकाने लगाने के लिए दुकान में रखी आरी से पिता की गर्दन काट दी। फिर भाई के कमरे से कपड़ा निकालकर सूटकेस खाली किया और उसमें शव रख दिया।

प्रिंस शव को ठिकाने लगाने के चक्कर में था, तब भी उसका छोटा भाई प्रशांत घर आ गया। प्रशांत के आवाज देने पर प्रिंस घर से बाहर आया। तब तक वह शव को चाय की बंद दुकान के पास रख दिया था। पिता के बारे में पूछने पर बोला कि मुझे नहीं मालूम, कहीं गए हैं। छोटा भाई अंदर गया तो पूजा घर के पास उसे खून के छींटे दिखे जिस पर उसे शक हो गया। हत्या के बाद खून को प्रिंस ने साफ किया था, लेकिन अवशेष बच गए थे।

भाई के दोबारा जवाब न देने पर प्रशांत ने पुलिस को पिता के गायब होने की जानकारी दी। साथ ही यह आशंका भी जाहिर कर दी कि लगता है कि उनकी हत्या कर दी गई है। इसके बाद पुलिस आई और घर में मिले अवशेष और किसी बाहरी के न आने की जानकारी पाकर उस वक्त घर में मौजूद प्रिंस को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामला खुलकर सामने आ गया और शव बरामद किया गया।

आर्थिक तंगी की वजह से हुई पत्नी की मौत, होली के दिन बहू ने छोड़ दिया घर:
मधुर मुरली गुप्ता की पत्नी रंजना गुप्ता की आर्थिक तंगी की वजह से इलाज के अभाव में आठ जनवरी 2022 को मौत हो गई थी। तब मुरली हार्डवेयर की दुकान चलाते थे। दुकान में सामान कम पड़ने पर बंद कर फिर जनरल स्टोर चलाने लगे थे। परिवार में उनकी मां हीरामणि देवी और दो बेटे रहते हैं। बड़ा बेटा प्रिंस कुमार गुप्ता उर्फ संतोष (35) है। छोटा बेटा प्रशांत गुप्ता है। बड़ी बहू सरिता पति के गहने बेचने से नाराज होकर छह साल के बेटे श्रेयांश को लेकर होली के दिन कभी न लौटने की बात कहते हुए अपने पिता निरंकार प्रसाद के घर रामजानकी नगर चली गई थी।

बाइक छिन जाने से बेरोजगार हो गया था प्रिंस:
घर में ही जनरल स्टोर चलाने वाले मधुर मुरली गुप्ता के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा प्रिंस पहले हार्डवेयर की दुकान चलाता था। दुकान नहीं चली तो बैंक से कर्ज लेकर बाइक ली और घर-घर खाना पहुंचाने का काम करने लगा। बाइक की किस्त नहीं दे पाने पर बैंक वाले बाइक उठा ले गए तो बेरोजगार हो गया। वहीं, मधुर का छोटा बेटा प्रशांत कुमार भालोटिया मार्केट में दवा की दुकान पर नौकरी करता है।