Uttarakhand News, 5 April 2023: आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचते ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात गैंगस्टर दीपक बॉक्सर को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में स्पेशल सेल की जनकपुरी की टीम ने पहले ही एफआईआर दर्ज कर ली थी. स्पेशल सेल के 5 अधिकारी दीपक बॉक्सर को लेने गए हुए थे.
जानकारी मिली थी कि दीपक बॉक्सर जोकि जाली पासपोर्ट पर मेक्सिको जा पहुंचा था. वह आगे मेक्सिको से भी भागने की फिराक में है. जिसके बाद एफबीआई की मदद से दीपक बॉक्सर को मेक्सिको में पकड़ा गया और उसके बाद इस्तांबुल के रास्ते उसे भारत वापस लाया गया.
दिलीप बॉक्सर को लाने वाली फ्लाइट बुधवार की सुबह 4:40 बजे एयरपोर्ट पर लैंड की और फिर आधिकारिक रूप से दिल्ली पुलिस ने एफबीआई के अधिकारियों से दीपक बॉक्सर को अपनी हिरासत में लिया और फिर कानूनी कार्रवाई पूरी कर एयरपोर्ट पर ही दीपक बॉक्सर को गिरफ्तार कर लिया.
दिल्ली पुलिस का कहना है कि सबसे पहले दीपक बॉक्सर का मेडिकल कराया जाएगा और फिर आज ही उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस दीपक बॉक्सर की रिमांड की मांग करेगी और यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि दीपक बॉक्सर किन गैंगस्टर के संपर्क में था.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई ने ही दीपक बॉक्सर को भारत से फरार होने में मदद की थी. दीपक बॉक्सर सिविल लाइंस इलाके में हुई बिल्डर की हत्या में वांछित था. पुलिस को बिल्डर अमित गुप्ता की हत्या के मामले में दीपक की तलाश थी.
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-NCR का टॉप गैंगस्टर दीपक बॉक्सर रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद गोगी गिरोह की कमान संभाल रहा था. दीपक बॉक्सर ने मुरादाबाद से रवि अंटिल के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था. पुलिस ने बताया कि दीपक कोलकाता से फ्लाइट पकड़कर 29 जनवरी, 2023 को मैक्सिको भाग गया था.
दीपक साल 2016 में बहादुरगढ़ में दिल्ली पुलिस कस्टडी से गोगी को छुड़ाने के बाद चर्चा में आया था. उसके बाद साल 2018 में उसके गैंग पर मकोका के तहत कार्रवाई हुई थी, तभी से दीपक फरार है. इस दौरान वो लगातार आपराधिक वारदातों को अंजाम देता रहा.
दीपक बॉक्सर के भारत से बाहर जाने की सूचना मिलते ही उसे भारत वापस लाने के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था. वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शातिर और खतरनाक अपराधी है. बॉक्सर और उसकी गैंग के खिलाफ 16 मार्च को स्पेशल सेल ने मामला दर्ज कर लिया था और उसी के खिलाफ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. पुलिस को जांच में पता चला कि दीपक बॉक्सर फर्जी पासपोर्ट पर भारत से भागने के बाद वह मेक्सिको पहुंचा. बताया जा रहा है कि उसका प्लान अमेरिका पहुंचने का था, जहां वो अन्य साथियों के साथ मिलकर दिल्ली का नेटवर्क चलाने की तैयारी कर रहा था.