Uttarakhand Press News, 12 April 2023: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को 14वीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे, जो दिल्ली कैंट से जयपुर होते हुए अजमेर तक जाएगी। इस रूट पर दिल्ली से अजमेर तक सबसे तेज चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस की तुलना में वंदे भारत लगभग एक घंटा कम समय लेगी। अभी शताब्दी छह घंटे 15 मिनट में दिल्ली से अजमेर पहुंच पाती है, जबकि वंदे भारत पांच घंटे 15 मिनट में पहुंचाएगी। देश के कई शहरों को Vande Bharat Express Train जोड़ रही है। टाइमिंग और रूट्स भी जारी हो गए हैं।

चुनावी वर्ष में प्रवेश कर चुके राजस्थान के लिए यह पहली वंदे भारत ट्रेन होगी। कार्यक्रम का आयोजन अजमेर में होगा। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री बुधवार को ट्रेन रवाना करेंगे, लेकिन नियमित परिचालन गुरुवार से होगा। अजमेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत हाई राइज ओवरहेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) क्षेत्र पर दुनिया की पहली सेमी हाई स्पीड यात्री ट्रेन होगी। यह ट्रेन पुष्कर, अजमेर शरीफ दरगाह आदि सहित राजस्थान के कई प्रमुख पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी में सुधार करेगी। इससे राजस्थान के इस क्षेत्र में सामाजिक एवं आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

सप्ताह में छह दिन चलेगी:

रेल मंत्रालय के अनुसार दिल्ली-अजमेर रूट पर 20977 नंबर की वंदे भारत सप्ताह में छह दिन चलेगी।

यह ट्रेन सिर्फ बुधवार को नहीं चलेगी। सुबह 6.20 बजे अजमेर से दिल्ली के लिए रवाना होगी।

सुबह 7.50 बजे जयपुर, 9.35 बजे अलवर, 11.15 बजे गुड़गांव और 11.35 बजे दिल्ली कैंट पहुंचेगी।

वापसी में इसका नंबर 20978 हो जाएगा, जो 18.40 बजे दिल्ली कैंट से चलकर शाम 18.51 बजे गुड़गांव, 20.17 बजे अलवर, 22.05 बजे जयपुर और 23.55 बजे अजमेर पहुंचेगी।

रेल मंत्रालय चलाएगा 217 समर स्पेशल ट्रेनें:

रेल मंत्रालय गर्मी की छुट्टियों के दौरान यात्रियों की सुविधा तथा ट्रेनों पर अतिरिक्त बोझ को कम करने के लिए इस वर्ष 217 स्पेशल ट्रेनें चलाएगा। इन ट्रेनों के 4,010 फेरे लगेंगे। रेल मंत्रालय की ओर से मंगलवार को समर स्पेशल ट्रेनों की संख्या जारी की गई है। सबसे अधिक दक्षिण-पश्चिम रेलवे 69 विशेष ट्रेनें चलाएगा। मध्य रेलवे की ओर से भी 48 अतिरिक्त गाड़ियां चलाने की घोषणा की गई है।

ऐसा प्रत्येक वर्ष होता रहा है। उद्देश्य होता है महानगरों से आवागमन करने वालों लोगों को सहजता से घर तक पहुंचाना। अक्सर देखा गया है कि पर्व-त्योहारों एवं गर्मी की छुट्टी के दौरान दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद एवं चेन्नई जैसे महानगरों से अपने घर आने वाले लोगों की संख्या बढ़ जाती है। इस क्रम में ट्रेनों में अतिरिक्त भीड़ बढ़ जाती है।