Uttarakhand News, 17 May 2023: हल्द्वानी के चर्चित नंदी देवी ब्लाइंड मर्डर का आखिरकार 13 दिन बाद पुलिस ने खुलासा कर दिया है. फोन सर्विलांस के बाद पुलिस हत्यारोपी के घर उत्तर प्रदेश के बरेली तक पहुंच गई. पूछताछ में बता चला है कि आरोपी ने बीड़ी के बंडल के विवाद में महिला की हत्या की थी.

मंडी पुलिस चौकी क्षेत्र अंतर्गत गोरापड़ाव में घर में अकेले रहने वाली 50 वर्षीय नंदी देवी हत्याकांड का खुलासा हो गया है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस की पूछताछ में पता चला कि आरोपी महिला के घर के पास ही किराए में रहता था. हत्या वाले दिन आरोपी ने महिला के घर में घुसकर हत्या करने के बाद चोरी की घटना को भी अंजाम दिया.

नंदी देवी की हत्या का खुलासा: एसएसपी नैनीताल पंकज भट्ट ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गोरापड़ाव डी क्लास अर्जुनपुर निवासी घर में अकेले रहने वाली 50 वर्षीय नंदी देवी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने पूरे मामले में सर्विलांस और जांच के आधार पर क्षेत्र से लापता एक व्यक्ति के विषय में जानकारी जुटाई है. हत्या के बाद से महिला का मोबाइल भी गायब था. पुलिस ने पूरे मामले में पूछताछ और सर्विलांस के आधार पर महिला के पड़ोस में किराए पर रहने वाले एक मजदूर के बारे में जानकारी जुटाई.

बरेली के मजदूर ने की थी हत्या: मजदूर हत्याकांड के बाद से ही अपने घर से लापता था. पूछताछ में पता चला कि मजदूर मनोज पुरी गौला नदी में मजदूरी करता है. हत्या वाले दिन से वो गायब है. जिसके बाद पुलिस की शक की सुई मनोज पुरी पर गई. मनोज पुरी को उसके मूल निवास थाना हाफिजगंज जिला बरेली उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया. जब पूछताछ की गयी तो आरोपी मनोज पुरी ने घटना को अंजाम देने की बात कबूली.

बीड़ी के बंडल के विवाद में की थी हत्या: पूछताछ में आरोपी ने बताया कि घटना से एक दिन पहले नंदी देवी से बीड़ी के बंडल के लिए उसका मामूली विवाद हुआ था. इससे गुस्साकर उसने महिला को मारने की योजना तैयार की. 4 मई की रात आरोपी दीवार फांद उसके घर में घुस गया. बेरहमी से उसकी हत्या कर दी. इसके बाद उसके घर में रखे सामान और रुपयों को अपने साथ लेकर फरार हो गया.

आरोपी से चोरी का सामान भी बरामद: पुलिस ने आरोपी के पास से महिला के घर से गायब सामान और ₹60 बरामद किये हैं. पुलिस ने नंदी देवी का मोबाइल भी बरामद किया है. एसएसपी ने बताया कि पूरी घटना के खुलासे के लिए पुलिस की कई टीमें लगी थीं. जिसके बाद पुलिस को कामयाबी मिली है. खुलासा करने वाली टीम को एसएसपी ने ₹5000 से पुरस्कृत किया है.