Uttarakhand News, 07 June 2023: उत्तरकाशी जिले के पुरोला में बीते दिनों एक धर्म विशेष के युवक समेत दो लोगों द्वारा नाबालिग लड़की के अपहरण के कथित प्रयास के बाद भड़की आग शांत होने का नाम नहीं ले रही है. जिले भर में धर्म विशेष के व्यापारियों के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है. उनकी दुकानों पर धमकी भरे पोस्टर लगाए गए हैं, जिसके बाद पूरे जिले में तनाव का माहौल है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने वहां पर प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) की एक पलटन को तैनात किया है.
दरअसल, ये मामला बीती 26 मई का है. आरोप है कि एक समुदाय विशेष के युवक समेत दो लोगों ने पुरोला में कथित तौर पर स्थानीय नाबालिग लड़की के अपहरण का प्रयास किया. हालांकि स्थानीय लोगों ने उनकी कोशिश को नाकाम कर दिया और लड़की को आरोपियों के चंगुल से बचा लिया. इस घटना के बाद से ही पुरोला में धर्म विशेष के दुकानदारों के खिलाफ तनाव का माहौल है. स्थानीय लोगों ने बाहरी दुकानदारों को अपने यहां दुकान देने से साफ इंकार कर दिया है. इतना ही नहीं उनकी दुकानों के बाहर धमकी भरे पोस्टर दिखाई दिए, जिसमें उनके तुरंत शहर छोड़ने के लिए कहा गया है.
रविवार को दुकानों पर चिपकाए गए पोस्टरों में दुकानदारों से 15 जून को देवभूमि रक्षा अभियान द्वारा आयोजित होने वाली ‘महापंचायत’ से पहले पुरोला छोड़ने या परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने की धमकी दी गई है. इस घटना के करीब दो हफ्ते बाद भी शहर में तनाव कम नहीं हुआ है और बाजार में धर्म विशेष के लोगों की लगभग 40 दुकानें बंद हैं.
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने पोस्टर हटा दिए हैं और उन लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रही है, जिन्होंने दुकानों पर पोस्टर चिपकाए हैं. वहीं प्रदर्शनकारी इस घटना को लव जिहाद के मामले से जोड़ रहे हैं. इस घटना के खिलाफ पुरोला, बड़कोट और चिन्यालीसौड़ सहित उत्तरकाशी जिले के गंगा और यमुना दोनों घाटियों के विभिन्न नगरों में प्रदर्शन किए गए हैं. कई हिंदू संगठनों ने इस मामले में सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन भी किया.
उत्तरकाशी के जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजलवान ने पुरोला के मकान मालिकों से बाहरी लोगों को अपनी संपत्ति नहीं देने की अपील की है. उन्होंने यह भी कहा कि जिला पंचायत राज्य के बाहर के फेरीवालों और विक्रेताओं को कस्बे में व्यापार करने की अनुमति नहीं देगी.
वहीं इस मामलों को पुलिस-प्रशासन भी बड़ी गंभीरता से ले रहा है. उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने कहा कि स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए शहर में प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) की एक पलटन को तैनात किया गया है. किसी भी हालत में शहर का माहौल खराब नहीं होने दिया जाएगा.