Uttaranchal News, 13 June 2023: रुड़की: हरिद्वार जिले के रुड़की में युवक की मौत के मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ. गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने रूड़की की सिविल लाइन कोतवाली का घेराव किया. वहीं, पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया तो विवाद और ज्यादा बढ़ गया. इस दौरान पुलिस अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई, जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल (लाठीचार्ज) प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया. वहीं, गांव में पहुंची पुलिस पर लोगों ने पथराव भी किया. इस पथराव में एक इंस्पेक्टर और दो दरोगा घायल हो गए. वहीं, तनाव के माहौला को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है.

ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में आया युवक: ये पूरा विवाद रूड़की की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के बेलड़ा गांव का है. जानकारी के मुताबिक बेलड़ा गांव निवासी पंकज (35) रुड़की में टैंट हाउस वाले के यहां काम करता है. बताया गया है कि रविवार रात करीब 11 बजे वह बाइक से घर जा रहा था, जैसे ही वह गांव के पास पहुंचा तो एक ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई.

परिजनों ने किया कोतवाली का घेराव: सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. उधर, सोमवार की सुबह करीब आठ बजे युवक के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में सिविल लाइन कोतवाली पहुंचे और गांव के ही कुछ लोगों पर लोहे के सरियों से हमला कर हत्या करने का आरोप लगाया.

परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप: मृतक के परिजनों आरोप लगाया कि पंकज रात को जब गांव के पास पहुंचा तो डीजे बज रहा था, पंकज ने डीजे की आवाज कम करने की बात कही तो उक्त लोगों ने उसपर हमला किया. पुलिस ने परिजनों को बताया कि जांच में हादसे की बात सामने आई है, इससे नाराज परिजनों व ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए कोतवाली का घेराव किया.

बवाल होने की आशंका पर पुलिस अधिकारियों ने पीएसी और आसपास के थानों की पुलिस को बुला दिया. साथ ही पुलिस अधिकारी आठ बजे से लेकर शाम चार बजे तक परिजनों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन परिजन व ग्रामीण कोतवाली में ही डटे रहे.

पुलिस ने किया लाठीचार्ज: इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि शव को कोतवाली लाने का प्रयास किया जा रहा है. इस पर एसपी देहात एसके सिंह, एएसपी निहारिका तोमर और सीओ पल्लवी त्यागी भारी फोर्स के साथ तैनात हो गए. वहीं, परिजन व ग्रामीण कोतवाली से नगर निगम चौक पर पहुंच गए और हंगामा करते हुए बवाल कर दिया.

पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो महिलाओं ने पुलिस अधिकारियों से धक्कामुक्की करते हुए हाथापाई कर दी. इस पर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए लाठी फटकार कर भीड़ को खदेड़ा. इसी तरह नगर निगम चौक पर करीब पंद्रह से बीस मिनट तक हंगामा चलता रहा.

पुलिस ने सिविल अस्पताल से शव को दूसरे रास्ते से गांव भेजा, इसके बाद परिजन व ग्रामीण गांव पहुंचे. वहीं, तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस भी पहुंच गई. शाम करीब छह बजे गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई.

मंगलौर कोतवाल घायल: इस दौरान मंगलौर कोतवाली प्रभारी मनोज मैनवाल गंभीर घायल हो गए, जबकि दरोगा बारु सिंह चौहान को भी हल्की चोटें आई हैं. वहीं गांव में तनाव को देखते हुए सात थानों व कोतवाली का पुलिस बल तैनात किया गया है. साथ ही पुलिस अधिकारी गांव में डेरा डालकर ग्रामीणों को समझाने में जुटे हुए हैं. वहीं परिजन हत्या का केस दर्ज करने के बाद ही शव का अंतिम संस्कार करने की जिद पर अड़े हुए हैं.