Uttarakhand News, 13 July 2023: हल्द्वानी/नैनीताल/खटीमा: उत्तराखंड में मॉनसून की बौछार आफत बनकर बरसी है. नदी नाले उफान पर बह रहे हैं. सड़कें टूट गई है तो खेत खलियान जल समाधि की भेंट चढ़ गए हैं. हल्द्वानी में भी गौला नदी के किनारे भू कटाव शुरू हो गया है. जिससे काठगोदाम के बीच रेलवे की शंटिंग लाइन को खतरा पैदा हो गया है. बीते साल भी बारिश में काठगोदाम स्टेशन की शंटिंग लाइन क्षतिग्रस्त हुई थी. इस बार भी कमोबेश यही हालात हैं.
दरअसल, हल्द्वानी और काठगोदाम रेलवे स्टेशन की शंटिंग लाइन को खतरा पैदा हो गया है. हल्द्वानी एसडीएम मनीष कुमार के मुताबिक, रेलवे ट्रैक नंबर 3 को ज्यादा खतरा है. काठगोदाम की शंटिंग लाइन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है. बीते दिनों उन्होंने रेलवे के अधिकारियों के साथ ट्रैक का निरीक्षण भी किया था. जिसके बचाव को लेकर तमाम इंतजामों का दावा किया जा रहा है, लेकिन भारी बारिश होती है तो रेलवे ट्रैक को और खतरा हो सकता है.
दूसरी तरफ भारी बारिश के चलते गौला पुल के एप्रोच पर भी खतरा मंडरा रहा है. हालांकि, पुल पर एनएचएआई के अधिकारी अपनी नजर बनाए हुए हैं. बारिश के चलते गौला नदी के किनारे भू कटाव हो रहा है और जमीन धंस रही है. हालांकि, हल्द्वानी में अभी गौला नदी का जलस्तर सामान्य है. अभी तक इतना पानी गौला नदी में नहीं आया है कि जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो, लेकिन लगातार भारी बारिश जारी है. जिसे देखते हुए निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है. लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है.
नैनीताल में आकाशीय बिजली गिरने से गौशाला जली, दो गायें झुलस कर मरीः नैनीताल के मंगोली गांव में आकाशीय बिजली गिरने से गौशाला जल गई. जिसमें दो गायों की भी मौत हो गई. घटना के बाद नैनीताल एसडीएम राहुल शाह ने बताया मंगोली के पास तल्ला मंगोली गांव में थान सिंह के घर के पास बिजली गिरी. आकाशीय बिजली ने उनके गौशाला को चपेट में ले लिया. गौशाला के अंदर बंधी दो गाय जलकर मर गई.
बीते तीन दिनों से लगातार हो रही बरसात के बीच बादलों की गड़गड़ाहट और आकाशीय बिजली की चमक भी देखने को मिल रही है. वहीं, घटना के बाद जिला प्रशासन और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया. इस दौरान पीड़ित परिवार ने प्रशासन से मुआवजा दिलाने की मांग की है.
खटीमा के दाह ढाकी गांव में नदी के जद में आए कई घरः खटीमा के दाह ढाकी गांव से होकर बहने वाली देवहा नदी उफान पर बह रहे हैं. जिसकी जद में कई परिवारों के आशियाने आ गए हैं. साथ ही कई किसानों की खेती योग्य भूमि भी नदी की चपेट में आने लगी है. वहीं, खटीमा एसडीएम रविंद्र बिष्ट ने प्रशासनिक अमले के साथ मौका मुआयना किया. जहां करीब 7 मकान खतरे की जद में मिले. जिसके चलते उन्हें प्राइमरी स्कूल में शिफ्ट कर दिया गया है.