Uttarakhand News, 23 September 2023: नैनीताल: कुमाऊं की कुलदेवी मां नंदा सुनंदा का धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज यानि अष्टमी के दिन अपने मायके आगमन हुआ है. इसी परंपरा के तहत एकादशी 27 सितंबर को कुलदेवी मां नंदा-सुनंदा अपने ससुराल लौट जाएंगी. नैनीताल में इन दिनों मां नंदा सुनंदा के दर्शनों के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है.
मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा: कुमाऊं की कुल देवी मां नंदा सुनंदा आज अपने ससुराल से अपने मायके यानी कुमाऊं की धरती पर पधार गई हैं. नैनीताल के मां नयना देवी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद मां नंदा सुनंदा की प्रतिमाओं को भक्तों के दर्शनों के लिये खोल दिया गया है. मां नंदा सुनंदा के दर्शनों के लिये रात 2 बजे से ही नैनीताल के मां नयना देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट गई थी.
बड़ी संख्या में भक्त अपनी कुल देवियों के दर्शनों को पहुंच रहे हैं. इससे पहले रात 2 बजे से मां की पूजा अर्चना शुरू हो गई थी. जिसके बाद से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगना भी शुरू हो गया.
कुमाऊं की कुल देवी हैं नंदा सुनंदा: आपको बता दें कि मां नंदा सुनंदा को कुमाऊं में कुल देवी के रूप में पूजा जाता है. चंद राजाओं के दौर में मां नंदा सुनंदा को कुल देवी के रूप में चंद राजा पूजा करते थे. अब संपूर्ण कुमाऊं क्षेत्र के लोग मां नंदा सुनंदा को कुल देवी के रूप में पूजते हैं. ऐसा माना जाता है कि मां नंदा और सुनंदा साल में एक बार अपने मायके यानी कुमाऊं में आती हैं.
यही कारण है कि अष्टमी के दिन यानी आज कुमाऊं के विभिन्न स्थानों पर मां नंदा और सुनंदा की प्रतिमा तैयार कर प्राण प्रतिष्ठा के बाद समझा जाता है कि मां नंदा-सुनंदा अपने मायके पहुंच गई हैं.