Uttarakhand News 05 October 2023 हल्द्वानी: महिला अस्पताल के गेट पर बुधवार को नवजात को घर ले जाने के लिए पति-पत्नी के परिजन आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। सूचना पर पहुंचे अस्पताल प्रशासन ने बीच-बचाव करते हुए बच्चे को उसकी मां के साथ उसके मायके भेज दिया। वहीं झगड़े की सूचना पर पहुंची पुलिस बच्चे के पिता और उसके भाइयों को चौकी ले गई।

दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर देने की बात कही है। जानकारी के अनुसार गौलापार काठगोदाम निवासी महिला ने 28 सितंबर को महिला अस्पताल में बेटे को जन्म दिया था। परिजनों के मुताबिक बच्चे को पीलिया होने की वजह से उसे नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में रखा गया था।

मंगलवार शाम करीब 6 बजे शिशु को एनआईसीयू से बाहर निकालकर परिजनों को सौंप दिया गया। बुधवार दोपहर करीब एक बजे जच्चा-बच्चा को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। अस्पताल के वार्ड से बाहर आते ही मायके और ससुराल वालों में इस बात को लेकर बहस शुरू हुई कि बच्चा किसके घर जाएगा। बच्चे की नानी ने बताया कि उनकी बेटी का बड़ा ऑपरेशन हुआ है।

वनभूलपुरा में उनका घर होने की वजह से उसे टांके कटवाने या अन्य कोई दिक्कत होने पर अस्पताल पहुंचने में आसानी होती, इसलिए वह जच्चा-बच्चा को अपने घर ले जाना चाह रही थीं। बच्चे की मां की भी यही इच्छा थी। वहीं बच्चे के पिता के परिजनों ने इसका विरोध किया और बच्चा अपने घर ले जाने की बात कही।

दोनों पक्षों में काफी देर तक कहासुनी हुई, इसी बीच बच्चे की मां बेहोश हो गई। होश में आने पर विवाद होता देख वह रोने लगी तो अस्पताल प्रशासन ने एंबुलेंस के माध्यम से जच्चा-बच्चा को मायके भेज दिया। उनके जाते ही दोनों पक्षों में विवाद बढ़ता चला गया।

देखते ही देखते अस्पताल के गेट पर मारपीट शुरू हो गई और लात-घूंसे चल गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया और ससुराल पक्ष के लोगों को चौकी ले गई। कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया।

ससुराल पक्ष पर लगाए आरोप
शिशु के साथ मायके पहुंची महिला से जब बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि ससुराल में गर्भावस्था में भी गूल का पानी पिलाया जा रहा था। यहां तक उस पानी से नहाने की वजह से उसके शरीर में त्वचा संबंधी दिक्कत भी हो गई थी। इससे परेशान होकर महिला 7वें माह में अपने मायके आ गई थी। इलाज से लेकर बच्चे के जन्म तक का खर्च मायके पक्ष ने ही उठाया। आरोप है कि शिशु को मायके लाने की बात कहने पर पति के भाई ने उनसे बदतमीजी और मारपीट की।

मायके वालों पर भी आरोप
वहीं पति और उसके परिजनों से बातचीत हुई तो उनका कहना था कि परिवार में यह पहला बच्चा था। खुशी-खुशी उसे घर ले जाना चाहते थे। पर पत्नी के परिवार वाले नहीं माने और अस्पताल के गेट पर मारपीट की।