Uttarakhand News 16 November 2023: यहां पर हमें एक बहुत ही दुखद खबर देनी पड़ रही है यह भगवान का उन्हें बुलावा ही था कि वह कथा स्थल पर झूम-झूम कर नृत्य कर रहे थे कि अचानक वह धड़ाम से नीचे गिर गए और उसके बाद खड़े नहीं हो पाए पानी पिलाने कोशिश के बाद जब वह मूर्छित ही रहे तो आनन फानन में उन्हें साई हॉस्पिटल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत्यु घोषित कर दिया।

स्वर्गीय राम सिंह मेहता जी का भगवान के समक्ष अंतिम नृत्य उसके बाद इस मृत्यु लोक को छोड़ दिया
पार्वती सांस्कृतिक उत्थान मंच हीरानगर में सात दिवसीय कुमाऊनी बोली भागवत कथा का आयोजन शुरू हो गया था कलश यात्रा के दौरान जितेंद्र मेहता के पिता राम सिंह मेहता अपने सिर में भागवत को लेकर कथा यात्रा में चल रहे थे करीब तीन-चार किलोमीटर से अधिक चलने के बाद जब वह हीरानगर पहुंचे तो मंच पर व्यास जी विराजमान हुए तो इस दौरान भगवान के भजनों में नृत्य होने लगा तो राम सिंह भी नृत्य करने लगे हमारे संवाददाता वहीं पर मौजूद थे उन्होंने इस नृत्य को कवर भी किया।

लेकिन इसी बीच अचानक से उन्हें चक्कर आया और वह नीचे गिर पड़े तो लोगों में उन्हें देखकर हड़कंप मच गया उन्होंने राम सिंह मेहता जी को उठाने का प्रयास किया लेकिन वह उठ नहीं पाए। उनके हृदय को दबाव देकर पंप करने की भी कोशिश की गई लेकिन इसी बीच कोई कोशिश सफल हुई तो उन्हें गाड़ी में सीधे साई हॉस्पिटल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत्यु घोष कर दिया ऐसी मृत्यु भी भगवान की देन है कि व्यक्ति भगवान का यह नाम लेते हुए नृत्य करते हुए ही स्वर्ग लोक सुधर गए फिलहाल उनके मृत्यु पर शोक छा गया है वह अपने पीछे दो पुत्रों और एक पुत्री का भरा पूरा परिवार छोड़कर चले गए हैं राम सिंह मेहता के बारे में यह बताया जाता है कि वह काफी धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे तथा हर साल वह अपने घर में कथा का आयोजन भी करते थे इस बार उनके पुत्र जितेन मेहता ने कुमाऊनी बोली में भागवत कथा का आयोजन करने का बीड़ा उठाया था जिसकी शुरुआत भी हो गई थी कलश यात्रा के बाद कथा स्थल हीरानगर पर पहुंच गई थी तथा यहीं पर जोड़ और भगवान के कीर्तन पर वह नृत्य कर रहे थे कि अचानक उन्हें चक्कर आ गया वह नीचे गिर गए माना जा रहा है कि उन्हें हार्ट अटैक आ गया था.