Uttarakhand News 1 December 2023: बरेली में एक दुस्साहसिक घटना हुई है। बृहस्पतिवार रात पीलीभीत बाईपास पर कंडक्टर ने चलती बस से मजदूर को फेंक दिया। सड़क पर गिरे मजदूर के ऊपर से बस के पिछले पहिये गुजर गए, जिससे उसकी मौत हो गई।

पीलीभीत से जयपुर जा रही डबल डेकर बस से मजदूर को मामूली विवाद के बाद नीचे फेंक दिया गया। बरेली में पीलीभीत बाईपास से संजयनगर मोड़ के पास हुई घटना में मजदूर बस के पिछले पहिये के नीचे आ गया और मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद बस का स्टाफ भाग गया। बारादरी पुलिस मजदूर के परिवार को थाने ले आई और बस को कब्जे में ले लिया गया है।

पीलीभीत के जहानाबाद थाना क्षेत्र के रामनगर गांव निवासी विजयपाल (38 वर्षीय) जयपुर में मजदूरी करते थे। वह दीपावली पर घर आए थे। परिवार समेत वह गांव से जयपुर में मजदूरी करने जा रहे थे। पत्नी, भतीजे प्रमोद व अन्य लोगों के साथ वह डबल डेकर निजी बस से बृहस्पतिवार शाम घर से निकले। रात करीब नौ बजे बस बरेली आई।

कंडक्टर ने दिया धक्का:
भतीजे प्रमोद के मुताबिक चाचा विजयपाल को लघुशंका लगी। उन्होंने कंडक्टर से बस रोकने को कहा तो उसने इन्कार कर दिया। बताते हैं कि विजयपाल ज्यादा जिद करने लगे तो कंडक्टर ने पीलीभीत बाइपास से संजयनगर मोड़ पर बस पहुंचते ही उन्हें धक्का दे दिया। इससे वह बस के खुले हुए गेट से नीचे आ गिरे और बस के पिछले पहिये के नीचे आ गए।

घटना के बाद बस के चालक, कंडक्टर व क्लीनर बस को छोड़कर भाग गए। बारादरी थाना प्रभारी अमित पांडेय सूचना पर मौके पर पहुंचे। यहां से परिजनों को थाने ले गए। उन्होंने बताया कि परिजनों की तहरीर के मुताबिक रिपोर्ट लिख ली जाएगी।

गुस्साए परिवार ने किया हंगामा:
मजदूर की मौत से गुस्साए परिवार ने मौके पर हंगामा किया। सड़क पर बस खड़ी होने से जाम भी लगने लगा। तब पुलिस ने बस हटवाकर परिवार को मनाया। बस में से उतरीं कुछ सवारियां नशे की हालत में भी थीं। ये लोग सड़क पर खड़े होकर हंगामा करने लगे।

संजय नगर मोड़ पर जाम लगने की सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई। परिवार को थाने ले जाया गया, तो वहां भी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। इंस्पेक्टर ने समझाया कि कार्रवाई की जा रही है तो वह मान गए।

सांठगांठ से चल रहीं अवैध बसें:
पीलीभीत व बरेली होकर कई निजी बस संचालक बसें दौड़ा रहे हैं। इससे परिवहन निगम का भी नुकसान हो रहा है। इन बसों में यातायात नियमों का पालन भी नहीं होता है। पुलिस और परिवहन अधिकारियों की कृपा से बसों का संचालन हो रहा है।