Uttarakhand News 18 April 2025: Water Crisis: दून में भीषण गर्मी के दौरान प्राकृतिक जलस्रोत एवं ट्यूबवेल का उत्सर्जन कम होने, पानी की खपत बढ़ने और बिजली ट्रिपिंग की समस्या अधिक होने से 2.45 लाख की आबादी को पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि जल संस्थान ने इन संभावित पेयजल समस्याग्रस्त इलाकों के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। इससे उपभोक्ताओं को काफी हद तक सुविधा मिलेगी। वहीं, उपभोक्ताओं को भी पेयजल का दुरुपयोग न करने के लिए अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।

शहर में जल संस्थान की पांच शाखाओं के माध्यम से शहर के 1.90 लाख घर और प्रतिष्ठान में पेयजल सप्लाई होती है, जहां 9.50 लाख की आबादी निवास करती है। सभी उपभोक्ताओं को पेयजल सप्लाई देने के लिए 20.71 करोड़ लीटर पेयजल की जरूरत है। जबकि जल संस्थान रोजाना 25.43 करोड़ लीटर पेयजल उत्पादन करता है।

लिहाजा, फिर भी तमाम उपभोक्ताओं को रोज पानी नहीं मिल पाता और उन्हें पेयजल आपूर्ति के लिए पानी के टैंकर खरीदने पड़ते हैं। वहीं, आगामी मई-जून में भीषण गर्मी के दौरान घटने वाले पेयजल उत्सर्जन को लेकर लेकर जल संस्थान की चिंताएं अभी से बढ़ने लगी हैं। हाल ही में जल संस्थान की सभी शाखाओं ने अपने-अपने संभावित पेयजल समस्याग्रस्त क्षेत्रों की रिपोर्ट दी है। जिनमें भीषण गर्मी के दौरान उपभोक्ताओं काे पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ सकता है।

सिर्फ 28 टैंकर से प्यास बुझाएगा जल संस्थान
शहर में 9.50 लाख से अधिक की आबादी को पेयजल सप्लाई होती है। जिसमें समस्याग्रस्त इलाकों में 1.75 लाख की आबादी है। पूरी आबादी को पानी पहुंचाने के लिए विभाग के पास सिर्फ 28 टैंकर है। जिसमें से विभाग के नौ और 19 टैंकर किराए पर लिए जाएंगे। अब सवाल उठता है कि सिर्फ 28 टैंकर इतनी बड़ी आबादी की प्यास कैसे बुझाएंगे।

जल संस्थान ने किए यह इंतजाम
जल संस्थान ने ओवरहेड टैंक में ओवर फ्लो होने वाले पानी को सप्लाई लाइन से जोड़ा है। इससे रोजाना बर्बाद होने वाले पानी में अंकुश लगा है और उपभोक्ताओं की सप्लाई मात्रा में बढ़ोत्तरी हुई है। जल संस्थान ने ट्यूबवेल में 48 जनरेटर लगाए हैं। 14 फिलिंग स्टेशन में जनरेटर स्थापित करें है। सभी अभियंताओं के मोबाइल में उनके क्षेत्र के ओवरहेड टैंक के पानी का स्तर पता चलेगा। ताकि पता चल सके कि टैंक खाली या भरा है। इसके अलावा ट्यूबवेल में डबल फेज किए जा रहे हैं। ताकि एक फेज न आने पर दूसरे फेज से ट्यूबवेल चल सके।