Uttarakhand News, 14 December 2022: उत्तराखंड के हल्द्वानी के यू-ट्यूबर सौरव जोशी इन दिनों अपने एक वायरल वीडियाे की वजह से बुरे फंस गए हैं। उन्होंने अपनी एक वीडियो में कह दिया कि लोग मेरी वीडियो की वजह से उत्तराखंड को जान रहे हैं। वह अपनी वीडियो में आगे कहते हैं कि पहले हल्द्वानी को कोई नहीं जानता था लेकिन अब उनकी वीडियो की वजह से हल्द्वानी ट्रेडिंग में रहता है, उत्तराखंड ट्रेडिंग में रहता है। उनकी वजह से लोग हल्द्वानी और उत्तराखंड को जान रहे हैं। उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उन लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी हैं जिने परिजन या परिचित उत्तराखंड राज्य आंदोलन में शहीद हुए थे।

क्या कहा? हल्द्वानी व उत्तराखंड को लोग तुम्हारी वजह से जानते हैं? यह दावा तो कभी वीर चंद्र सिंह गढ़वाली, भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत और पद्म विभूषण सुंदर लाल बहुगुणा ने भी नहीं किया..।’ इंटरनेट मीडिया पर यह टिप्पणी यूट्यूबर सौरभ जोशी के लिए की गई है।

फेसबुक, ट्विटर पर इस तरह की अनेक पोस्ट शेयर हो रही हैं। जिन पर अनगिनत कमेंट्स आ रहे हैं। सभी ने सौरभ को ट्रोल किया है। वहीं उत्‍तराखंड में सौरभ जोशी के पुतले जलाए जा रहे हैं और उन पर राजद्रोह चलाने की मांग की जा रही है।

‘मेरी वीडियो से लोग उत्तराखंड को जान रहे हैं’:
पिछले दिनों में सौरभ ने अपने वीडियो में कहा कि ‘मेरी वीडियो से लोग उत्तराखंड को जान रहे हैं, हल्द्वानी को जान रहे हैं। हल्द्वानी को पहले कोई नहीं जानता था। अब हर कोई जान रहा है। ट्रेंडिंग में रोज हल्द्वानी रहता है।’ अपने इस बयान से सौरभ विवादों में आ गए हैं।

1-सृष्टि नाम के यूजर ने ट्वीट किया, ‘उत्तराखंड व हल्द्वानी को जानने की आपके अलावा भी बेहतरीन व ऐतिहासिक वजहें हैं। आप आत्ममुग्धता से भरे हैं। आपके यूट्यूब की दुकान बंद होने पर भी उत्तराखंड की लोकप्रियता पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।’
2-पंडित संदीप वत्स ने लिखा, ‘बेटा, ये देवभूमि है। इसे तो स्वयं नारायण व महादेव का आशीर्वाद प्राप्त है।’
3-विपिन सिंह रावत का ट्वीट है, ‘ये खुद अब उत्तराखंड के बारे में जान रहा है, इसलिए इसे ऐसा लगता है।’
4-एक यूजर ने लिखा, ‘इनसे पूछना चाहिए कि इनका क्या योगदान है उत्तराखंड की उन्नति में?’
5-एक ट्वीट है ‘इस बंदे ने बच्चों को मोबाइल का लती बनाने का काम किया है। छह से 16 वर्ष के बच्चे मोबाइल स्क्रीन से आंखें खराब कर रहे। चिड़चिड़े हो रहे।’

इसके अलावा हाल में मिलने पहुंचे दूसरे राज्यों के कुछ प्रशंसकों को थाने पहुंचाने के मामले में भी सौरभ की किरकिरी हुई। इससे अतिथि देवो भव: की परंपरा पर भी सवाल उठे।

लाकडाउन में चमके सौरभ:
यूट्यूबर सौरभ जोशी के 18.8 मिलियन सब्सक्राइब हैं। 1100 से अधिक वीडियो अपलोड कर चुके हैं। 19 फरवरी 2019 से चैनल की शुरुआत की।इनकी वीडियो खाने-पीने, गाड़ी में घूमने, कुत्ते से खेलने, बच्चों के साथ मस्ती करने वाली होती हैं। लाकडाउन में जब पढ़ाई के लिए बच्चों के हाथ मोबाइल आया, वो सौरभ से जुड़ते चले गए।

यूट्यूबर का पुतला फूंका, राजद्रोह चलाने की मांग:
यूट्यूबर सौरभ जोशी के विवादित बयान से आक्रोशित लोगों ने शिवसेना नेता मुकेश जोशी के नेतृत्व में ब्लाक आफिस रोड पर पुतला दहन कर विरोध जताया।

मुकेश जोशी ने कहा कि यूट्यूबर अनाप-शनाप वीडियो बनाकर बच्चों को मोबाइल का लती बना रहे हैं। दूसरी ओर उत्तराखंड व हल्द्वानी को पहचान दिलाने के बेतुके बोल कह रहे। उत्तराखंड की सदियों से पहचान रही है।उन्‍होंने सरकार से संज्ञान लेकर यूट्यूबर के विरूद्ध राजद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की। यहां पूर्व सैनिक बलवंत सिंह मेर, दिनेश नेगी, दिनेश संगेला, पंकज मेहरा, राम सिंह नेगी, जवालादत्त पलडिय़ा, सूरज मौर्य, वीरेंद्र बर्गली, रवि वर्मा, बाबू अंसारी, नौशाद खान, मिलन कुमार आदि शामिल रहे।