Uttarakhand News 10 Jan 2023:Joshimath Land Sinking Update: उत्तराखंड के जोशीमठ में दरकते भवनों को जमींदोज करने का काम आज शुरू हो रहा है. इस अभियान के तहत उन होटल्स, घर और भवनों को ढहाया जाएगा, जिन्हें रहने के लिए असुरक्षित घोषित किया जा चुका है. कार्रवाई की शुरुआत दो होटल्स से होगी. सबसे पहले होटल मलारी इन और माउंट व्यू को ढहाया जाएगा. इन दोनो में दरारें आ चुकी हैं. दोनों होटल पीछे की तरफ झुक रही हैं|

उत्तराखंड के जोशीमठ में हालात बिगड़ते चले जा रहे हैं. भू-धंसाव के चलते तमाम घरों और होटलों में दरारें पड़ गई हैं. प्रशासन ने असुरक्षित जोन घोषित किए हैं. ऐसे में जो घर और इमारतें सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, उन्हें जमींदोज करने का काम आज शुरू हो रहा है. बताया जा रहा है कि सबसे पहले होटल मलारी इन और माउंट व्यू को ढहाया जा सकता है. इन होटलों को खाली करा दिया गया है. बताया जा रहा है कि दरार पड़ने के चलते होटल लगातार पीछे की ओर झुकते जा रहे हैं. प्रशासन की ओर से अनाउंसमेंट किया जा रहा है कि लोग होटलों से दूर हो जाएं|

होटल ढहाने की तैयारियां शुरू:
होटल ढहाने की तैयारियां शुरू हो गई है. होटल के पास बुलडोजर और ट्रक पहुंच गए हैं. आस पास के घरों को खाली करा दिया गया. प्रशासन ने घरों, दुकानों को खाली करने का अनाउंसमेंट कराया. इसके साथ ही एसडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है. होटल के पास लगे लाइट के तार हटाए जा रहे हैं|

सुरक्षित स्थान पर ले जाए जा रहे लोग:
कई रिहायशी इलाकों के लोग घर खाली करके जा चुके हैं. बहुत सारे लोग अभी भी सामान समेट रहे हैं. ये लोग जोशीमठ छोड़कर जाने की तैयारी में हैं. ऊपरी इलाकों में रहने वाले कुछ परिवार अपना सामान लेने के लिए आज सुबह वापस आए हैं. परिवारों का कहना है, घर के अलावा खेती की जमीन भी छोड़ कर जाना पड़ रहा है. अब उनके सामने परिवार और बच्चों के भविष्य की चिंता है|

होटलों का मुआयना कर रही टीमें:
एनडीआरएफ और विशेषज्ञों की टीम दोनों होटलों का मुआयना कर रही है. दोनों होटल पीछे की तरफ झुक रही हैं. जमीन धंसने के कारण दोनों होटल आपस में टकरा गए हैं. होटल्स की वजह से परिसर के पीछे बने 8-10 घरों के लिए खतरा पैदा हो रहा है. माना जा रहा है कि इन्हें ढहाने की प्रक्रिया जल्द शुरू हो सकती है. जोशीमठ डीएम हिमांशु खुराना ने बताया कि हमने असुरक्षित जोन घोषित किए हैं. वहां से लोगों को निकालने का सिलसिला जारी है, ज्यादातर लोगों को निकाल लिया गया है. सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट रुड़की की टीम यहां आ रही है. उनके दिशानिर्देश पर असुरक्षित घरों को ध्वस्त किया जाएगा|

678 घरों में पड़ी दरारें:
चमोली जिले में जोशीमठ शहर स्थित है. यह समुद्र तल से 6,107 फीट की ऊंचाई पर बसा है. इसकी आबादी 23000 है. इसे बद्रीनाथ का मुखद्वार भी कहा जाता है. यहां भूधंसाव के चलते अब तक 678 घरों में दरारें पड़ चुकी हैं. इतना ही नहीं कई जगहों पर सड़क फट गई है. जमीन के नीचे से लगातार पानी का रिसाव हो रहा है|