Uttarakhand News, 26 October 2023: हरिद्वार: हरिद्वार के सेक्टर 4 में दशहरा के पर्व के बाद एक अत्यंत महत्वपूर्ण और धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें भगवान राम जी का राजतिलक सम्पन्न हुआ। यह उपलक्ष्य समारोह नगर के लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसे बड़े धूमधाम से मनाया गया।

इस विशेष अवसर पर, भगवान राम जी का राजतिलक संपन्न हुआ, जिसमें नगर के प्रमुख और आध्यात्मिक गुरुओं ने विशेष पूजा-अर्चना की। यह मोमेंट नगर के लोगों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और वे इसका सम्मान करते हैं।

साथ ही, इस खास कार्यक्रम के अंतर्गत नगर के बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया, जो नगर के भविष्य के महत्वपूर्ण हैं। इसके माध्यम से, उन्हें धार्मिक मूल्यों और संस्कृति के प्रति उत्साह और समर्पण की ऊर्जा मिली।

भगवान राम का राजतिलक उनके पिता, राजा दशरथ के राज्य अयोध्या में हुआ था। इसकी कहानी हिन्दू धर्म के महाकाव्य, रामायण, में मिलती है।
राम का जन्म अयोध्या में हुआ था और वे दिव्य गुणों वाले, धर्मपरायण और प्रिय पुत्र थे। राजा दशरथ ने अपने युवा और परिपूर्ण पुत्र राम को अपने विरासत का उत्तराधिकारी घोषित किया था। इसके बाद, भगवान राम के राजतिलक का आयोजन किया गया।

राजतिलक समारोह के दौरान, राम को राजा के पद पर बैठाया गया और उन्हें राजा का दर्जा प्राप्त हुआ। यह समारोह धर्म, संस्कृति, और न्याय के प्रतीक के रूप में माना जाता है, और इससे राम को राजा के रूप में स्वीकार किया गया। राम का राजतिलक विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं का पालन करता है और भारतीय समाज में एक आदर्श राजा के रूप में माना जाता है।

इस कार्यक्रम ने हरिद्वार के लोगों के बीच भगवान राम जी की अपार महिमा को यादगार बनाया और उन्हें समृद्धि और सुख की कामना करने का अवसर प्रदान किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री चंद्रशेखर अध्यक्ष ,रंजन अनुराग सचिव, कोसाअध्यक्ष स्वतंत्र कुमार खरे ,विनीत कुमार उपाध्यक्ष, शहकोषाध्यक्ष रवि रोटला, निर्देशक श्री रविंद्र तिवारी शह निर्देशक, मुनेश कश्यप, विकास राजपूत ,अंकुर कुमार रिंकू, विनोद मालिक जी, राजकुमार जी, राजेंद्र तिवारी जी और गर्ग जी उपस्थित रहे |