Uttarakhand News 06 Nov 2024: अल्मोड़ा के मरचूला में हुए हादसे के बाद तमाम सवाल उठने पर परिवहन विभाग भी मंगलवार को हरकत में आ गया। ओवरलोडिंग, बसों की फिटनेस न होना आदि को हादसों का प्रमुख कारण बताते हुए अमर उजाला ने मंगलवार के अंक में प्रमुखता से खबरें प्रकाशित कीं। इसके बाद आरटीओ प्रशासन संदीप सैनी ने वाहनों की फिटनेस जांचने के लिए हल्द्वानी संभाग को पत्र लिखा है। हल्द्वानी संभाग में नैनीताल, ऊधमसिंह नगर और चंपावत जिले शामिल हैं। वहीं हल्द्वानी और टनकपुर के मंडलीय प्रबंधक को रोडवेज बसों का भौतिक निरीक्षण करने के लिए डाटा उपलब्ध कराने को कहा गया है।

10 दिन तक चलेगी वाहनों की जांच
केमू, सिटी बसों और रोडवेज बसों की जांच का काम अगले 10 दिनों तक चलेगा। आरटीओ ने इसके लिए एआरटीओ को पत्र लिखा है। इसके मुताबिक मुख्यत: फिटनेस वैधता और फिटनेस के अन्य मानक जांचें जाएंगे। वहीं टायर, ब्रेक, स्पीड गर्वनर, लाइट, स्टीयरिंग, कमानी, सीट क्षमता आदि का भौतिक निरीक्षण किया जाएगा।

टैक्सी और मैक्स वाहनों में इन मानकों का होना चाहिए लगेज कैरियर
लगेज कैरियर खोखले पाइप या एल्युमिनियम स्ट्रक्चर के बने हों।
लगेज कैरियर का क्षेत्रफल वाहन के छत के कुल क्षेत्रफल के 60 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होगा।
लगेज कैरियर के साथ बनी साइड वॉल छह इंच से ऊंची नहीं होनी चाहिए।
लगेज कैरियर के साथ के साथ कोई सीढ़ी या सीढ़ीनुमा स्ट्रक्चर नहीं होगा। वाहन के चारों तरफ ये स्ट्रक्चर मान्य नहीं होंगे।