Uttarakhand News 28 May 2024: खुद को आईआरसीटीसी का अधिकारी बता सोशल मीडिया पर ठग अपना जाल फैला रहे हैं। 20 फर्जी वेबसाइट अब तक ब्लॉक हो चुकी हैं।

फर्जी वेबसाइट पर पुलिस ने नकेल कसना शुरू किया तो साइबर ठगों ने नया पैंतरा अपना लिया है। ठग अब खुद को आईआरसीटीसी का अधिकारी बताकर लोगों को फंसाने में लगे हैं। इसके लिए पहले सच्ची बात बताई जा रही है ताकि लोगों को यकीन हो सके।

बताया जा रहा है कि चारधाम के लिए टिकटों की बुकिंग फुल हो चुकी है। लेकिन, अब कंपनी अपने कोटे के टिकटों को बेचकर यात्रा करा सकती है। इसके लिए ठगों ने सोशल मीडिया पर हेली बुकिंग के नाम से इश्तिहार प्रसारित किए हैं। ठगों के इस जाल से लोगों को बचाया जा सके इसके लिए अमर उजाला ने इस इश्तिहार के नंबर पर कॉल कर सारी स्थिति जानी। जो बात निकलकर सामने आई उससे यही लगा कि जरा सी सावधानी हटी तो ठगी का शिकार आसानी से बना जा सकता है।

हेली टिकट के लिए फेसबुक पर एक पेज मिला था। यहां पर हेलीकॉप्टर की फोटो के साथ डिस्प्ले पिक्चर में श्रीकेदारनाथ धाम का फोटो भी लगा था। नीचे एक मोबाइल नंबर लिखा हुआ था। अमर उजाला की ओर से इस नंबर पर कॉल की गई तो दूसरी ओर से परिचय आईआरसीटीसी के अधिकारी के रूप में दिया गया। अमर उजाला के प्रतिनिधि को अब तक की सारी बातों का पता था। ऐसे में ठग को इन बातों की जानकारी दी गई। उसे यह समझते देर न लगी कि यह वह मछली नहीं है जो उनके जाल में फंस जाए। ऐसे में एकाएक उसने फोन काट दिया।

ये हैं बातचीत के कुछ अंश

अमर उजाला प्रतिनिधि : आप केदारनाथ के लिए हेली टिकट बुक करते हैं, मुझे भी श्रीकेदारनाथ धाम की यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर की बुकिंग करनी हैं।

ठग : हो जाएगी, मैं आईआरसीटीसी का ही अधिकारी बोल रहा हूं। सारे टिकट बुक हो चुके हैं। लेकिन 18 फीसदी हमारा अपना कोटा होता है। इसमें से टिकट मिल जाएंगे। कितने लोग हैं।

अमर उजाला प्रतिनिधि : सात लोग हैं।

ठग : सभी का नाम पता भेज दो। सभी का 27 हजार रुपये लगेगा। इसमें से 30 फीसदी अभी जमा करना होगा। बाकी यात्रा के समय। एक के बाद एक चार टिकट बनाकर मोबाइल पर भेज दिए गए।

अमर उजाला प्रतिनिधि : लेकिन, इतना कम कैसे। टिकट के तो ज्यादा पैसे हैं और जहां तक मुझे पता है ऐसी कोई व्यवस्था आईआरसीटीसी की नहीं है। यह सुनकर ठग ने फोन काट दिया और फिर फोन ही नहीं लगा।