Uttarakhand News, 02 August 2023: रामनगर: आज सुबह 3 बजे और 4 बजे के बीच नैनीताल के रामनगर तहसील अंतर्गत आने वाले भलोंन क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा आई है. जिसके बाद भलोंन क्षेत्र में मलबा घुस गया है. जिससे निर्माणधीन रिसोर्ट, ग्रामीणों की ज़मीन और कुछ वाहन मलबे की चपेट में आकर बह गए हैं. गनीमत रही कि हादसे में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ. ऊखललडूंगा क्षेत्र में फटा बादल: बताया जा रहा है कि नैनीताल जिले के ओखलढुंगा क्षेत्र में बादल फटा है. जिससे भलोंन क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है. वहीं, सूचना मिलने के बाद प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है. भलोंन के प्रधान पति मनमोहन पाठक ने बताया कि नैनीताल जिले के ग्रामसभा भलोंन और अमगड़ी के बीच में बहने वाले ककराड़ नाले के आसपास बादल फ़टने से भलोंन क्षेत्र में भारी नुकसान है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्रशासन को सूचना दे दी गई है. अतिवृष्टि से 50 घरों को हुई क्षति: जिला आपदा नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के आधार पर ओखलढुंगा गांव में अतिवृष्टि की घटना देखने को मिली है. जिसमें करीब 50 घरों को क्षति हुई है. साथ ही कई लोग आंशिक रूप से घायल हुए हैं और किसानों की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है. घटना के बाद प्रभावित परिवारों को ग्रामीणों की मदद से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ओखलढुंगा में विस्थापित किया गया है.

उत्तराखंड में गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक आफत की बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखी है. पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर है. एक तरफ जहां पहाड़ों पर लगातार भूस्खलन हो रहा है, तो वहीं मैदान इलाकों में नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बना हुआ है. नैनीताल जिले के रामनगर में बरसाती नाले में टाटा सूमो बह गई. हादसे के व्यक्त टाटा सूमो में चार व्यक्ति सवार थे, जिसमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई.

रामनगर में बड़ा हादसा: पहाड़ों पर हुई बारिश के कारण कोसी बैराज का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग ने कर्मचारियों और अधिकारियों को अलर्ट रहने का कहा है. वहीं, उत्तराखंड की तरफ से यूपी को भी चेतावनी जारी की गई है.

यूपी में भी अलर्ट: सिंचाई विभाग के एसडीओ राजीव खंनूलिया ने बताया कि मंगलवार रात से लगातार हो रही बारिश के बाद कोसी बैराज का जलस्तर बढ़ गया है. ऐसे में बाढ़ के खतरे को देखते हुए यूपी के रामपुर और मुरादाबाद जिले में अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, उन्होंने बताया कि मंगलवार रात को ढिकुली गांव के पास बरसाती नाला अचानक उफान पर गया था, जिस कारण वहां से गुजर टाटा सूमो पानी में फंस गई थी.

जानकारी के मुताबिक हादसे के वक्त टाटा सूमो में चार लोग सवार थे. सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और सभी का रेस्क्यू किया. बताया जा रहा है कि इस दौरान टाटा सूमो चालक गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसे पुलिस ने पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, जहां से डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर कर दिया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.

पुलिस ने की लोगों से अपील: बताया जाता है कि चोरों लोग दिल्ली से अपने घर पूजा में शामिल होने जा रहे थे, तभी बीच रास्ते में उनकी टाटा सूमो उफनते बरसाती नाले में फंस गई थी. रामनगर कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने लोगों से अपील की है कि जब बरसानी नाले उफान पर उन्हें पार न करें. जलस्तर कम होने के बाद ही नाले को पार करें. भारी बारिश को देखते हुए ऐसे सभी स्थानों पर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है.

रुद्रप्रयाग में जगह-जगह हो रहा लैंडस्लाइड: कुमाऊं जैसे ही हाल गढ़वाल में भी देखने को मिल रहा है. यहां पहाड़ों पर सफर करना खतरनाक साबित हो रहा है. बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे पर जगह-जगह मलबा आ गया, जिस वजह से यात्री बीच रास्ते में ही फंसे हुए है. प्रशासन मलबे के हटाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन बारिश ज्यादा होने के कारण पहाड़ी से लगातार बोल्डर गिर रहे है, जिस कारण रास्ता खोलने में दिक्कतें आ रही है.

आज दो अगस्त सुबह भी केदारनाथ हाईवे पर फाटा और तरसाली सहित अन्य कई स्थानों पर मलबा गिर गया था. फाटा में हाईवे नहीं खुला था आौर बोल्डर हाईवे पर गिरे हुए थे. ऐसे में केदारनाथ धाम से आने वाले यात्रियों ने ही सड़क से बोल्डर हटाने शुरू कर दिये. जिसके बाद हाईवे पर आवाजाही सुचारू हो पाई.

मौसम विभाग की चेतावनी: बता दें कि उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर अभी थमने वाला नहीं है. मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने आगामी 6 अगस्त तक प्रदेश में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी कर रखा है.