Uttarakhand News, 26 दिसंबर 2022: क्या चीन में कोरोना की ‘सुनामी’ आने वाली है? क्योंकि चीन में एक बार फिर कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं है| अंतिम संस्कार के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. महामारी विशेषज्ञों का भी अनुमान है कि चीन की आधी से ज्यादा आबादी कोरोना की चपेट में आ सकती है| 

संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच महामारी विशेषज्ञ जो अनुमान लगा रहे हैं, वो और डरावना है. तीन दिन पहले ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इस हफ्ते चीन में एक दिन में कोरोना के 3.7 करोड़ मामले सामने आ सकते हैं. ये आंकड़ा अब तक का सबसे ज्यादा होगा| एक्सपर्ट का मानना है कि जीरो-कोविड पॉलिसी के तहत चीन की सरकार ने पहले लोगों को घरों में कैद रखा, जिस वजह से उनमें वायरस के खिलाफ इम्युनिटी नहीं बन पाई और अब सब अचानक से खोल दिया, जिस कारण संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है|

क्या अभी और तबाही मचेगी…!
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने लीक दस्तावेज के हवाले से बताया है कि चीन के नेशनल हेल्थ कमिशन का मानना है कि 1 से 20 दिसंबर के बीच देश में करीब 25 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं| यानी सिर्फ 20 दिन में ही देश की लगभग 18 फीसदी आबादी संक्रमण की चपेट में आ चुकी है|

हालांकि, कोरोना से अभी चीन में और तबाही मचनी है. महामारी विशेषज्ञ एरिक फिगल डिंग का अनुमान है कि अगले 90 दिनों में चीन की 60 फीसदी और दुनिया की 10 फीसदी आबादी के कोरोना संक्रमित होने की आशंका है| अगर ऐसा होता है तो अगले तीन महीने में ही चीन के लगभग 90 करोड़ लोग कोरोना संक्रमित हो जाएंगे. इस दौरान लाखों की संख्या में मौतें होने की आशंका भी है|

चीन के शहरों में हर दिन लाखों मामले: चीन की सरकार ने दिसंबर की शुरुआत में ही जीरो-कोविड पॉलिसी को हटा दिया था. तब से ही संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है,  चीन ने अब कोविड मामलों का रिकॉर्ड नहीं रखने की बात कही है. लेकिन चीन के स्वास्थ्य अधिकारी मान रहे हैं कि शहरों में हर दिन लाखों में संक्रमित सामने आ रहे हैं|

शंघाई से कुछ ही दूरी पर झेजियांग शहर में रविवार को 10 लाख से ज्यादा मरीज सामने आए हैं. अधिकारियों ने आशंका जताई है कि कुछ ही दिन में ये आंकड़ा डबल हो सकता है. यानी, एक दिन में 20-20 लाख मामले| शेंगडोंग प्रांत के क्विंगडाओ शहर के हेल्थ कमिशन के अध्यक्ष बो ताओ ने बताया कि शहर में हर दिन 4.90 लाख से 5.30 लाख मरीज सामने आ रहे हैं|

इसी तरह गुआंगडोंग प्रांत के डोंग्गुआन शहर के हेल्थ कमिशन का कहना है कि शहर में हर दिन ढाई से तीन लाख नए संक्रमित सामने आ रहे हैं. इन्हीं आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि चीन में हालात किस हद तक बिगड़ते जा रहे हैं|

डॉक्टर भी पड़े बीमार: अचानक से कोरोना का संक्रमण बढ़ने के कारण चीन की स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं है. न्यूज के मुताबिक, डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ से जुड़े लोग भी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं और इसके बावजूद वो मरीजों का इलाज कर रहे हैं. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने शनिवार को अपनी रिपोर्ट में बताया था कि बीजिंग के अस्पतालों में आईसीयू वार्ड भरे पड़े हैं. मुर्दाघरों और श्मशान घाटों के बाहर कतारें लगीं हैं. हालांकि, इसके बाद भी सरकार ने बीजिंग में 7 मौतें ही होने की बात मानी है.

अस्पतालों में भर रही भीड़ को काबू में करने के लिए अब सरकार ने डॉक्टरों को कोरोना मरीजों को ऑनलाइन कंसल्ट करने और दवा लिखने की अनुमति दे दी है. इसे वहां की भाषा में ‘इंटरनेट अस्पताल’ कहा जा रहा है. ये पहली बार है जब चीन की सरकार ने डॉक्टरों को ऑनलाइन कंसल्टेशन करने की अनुमति दी है. इससे पहले डॉक्टर किसी मरीज का फॉलो-अप करने के लिए ही ऑनलाइन कंसल्ट कर सकते थे|

पीकिंग यूनिवर्सिटी फर्स्ट हॉस्पिटल में रेस्पिरेटरी एक्सपर्ट वांग गुआंग्फा ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि जैसे-जैसे बीजिंग में संक्रमण बढ़ रहा है, वैसे-वैसे डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के संक्रमित होने की खबरें भी सामने आ रहीं हैं. इससे अस्पतालों में मेडिकल स्टाफ की कमी हो रही है|

चीन में आने वाली हैं तीन लहरें: चीन के महामारी विशेषज्ञ वू जुन्यो का कहना है कि चीन में तीन महीने में तीन लहरें आ सकतीं हैं. उन्होंने दावा किया कि चीन अभी पहली लहर का सामना कर रहा है और इसका पीक मिड-जनवरी में आ सकता है| उन्होंने कहा कि 21 जनवरी से चीन का लूनार न्यू ईयर भी शुरू हो रहा है और इस वजह से लोग ट्रैवल करेंगे, जिस कारण दूसरी लहर शुरू होगी. इस दौरान लाखों लोग ट्रैवलिंग करते हैं. इसलिए जनवरी के आखिर से दूसरी लहर शुरू हो सकती है जो मिड-फरवरी तक चलेगी. जबकि, तीसरी लहर फरवरी के आखिर से शुरू होने का अंदेशा है. वू जुन्यो का कहना है कि हॉलीडे के बाद लोग फिर से ट्रैवल करेंगे और इस कारण तीसरी लहर शुरू हो सकती है. तीसरी लहर फरवरी के आखिर से मिड-मार्च तक चल सकती है| हाल ही में अमेरिका के एक रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि 2023 में चीन में कोरोना विस्फोट हो सकता है और अगले साल 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो सकती है|