Uttarakhand News, 8 दिसंबर 2022: भारत के करीब 6 लाख यूजर्स का पर्सनल डाटा चोरी करके बॉट मार्केट्स में बेच दिया गया है। इस डाटा में फिंगरप्रिंट से लेकर लॉगिन पासवर्ड तक की जानकारियां शामिल हैं। दुनिया के सबसे बड़े वीपीएन सेवा प्रदाताओं में से एक नॉर्डवीपीएन ने इसकी पुष्टि की है। रिपोर्ट के अनुसार, अब तक दुनियाभर के करीब 50 लाख लोगों का डाटा चोरी हो चुका है और इनकी बिक्री बॉट मार्केट के जरिए की जा रही है।

नॉर्डवीपीएन ने अपनी स्टडी में बताया कि चोरी किए गए डाटा में यूजर्स का लॉगिन, कुकीज, डिजिटल फिंगरप्रिंट, स्क्रीनशॉट और दूसरी पर्सनल जानकारियां शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार एक व्यक्ति के डाटा और पर्सनल जानकारियों की कीमत 490 रुपये तय की गई है। नॉर्डवीपीएन ने अपनी स्टडी में दावा किया है कि डाटा चोरी में दुनियाभर के करीब 50 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें से सबसे ज्यादा भारतीयों का डाटा चुराया गया है। भारत से करीब 6,00,000 लोगों का डाटा चोरी किया गया है, जो कि बॉट मार्केट्स में बेच दिया गया है।

गूगल-फेसबुक अकाउंट्स का डाटा हुआ चोरी:
नॉर्डवीपीएन ने अपनी स्टडी में तीन मेजर बॉट मार्केट जेनेसिस मार्केट, द रशियन मार्केट और 2-इजी (2Easy) को एनालाइज किया था। स्टडी के अनुसार, चोरी किए गए लॉगिन डिटेल्स गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक अकाउंट्स के हैं। नॉर्डवीपीएन ने पिछले चार वर्षों के डेटा को ट्रैक किया, जब से 2018 में बॉट मार्केट लॉन्च किए गए थे।

देश में बढ़ रहे साइबर अटैक के मामले:
बता दें कि भारत में अब लगातार साइबर अटैक के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में दिल्ली एम्स के सर्वर पर साइबर अटैक किया गया था। इसके बाद इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च संस्थान (ICMR) की वेबसाइट पर साइबर हमला हुआ था। इतना ही नहीं हाल ही में हैकर्स ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय का ट्विटर हैंडल भी हैक कर लिया था।