Uttarakhand News, 26 february 2023: Dehradun| उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने वेतन का गलत निर्धारण बताते हुए करीब 1000 शिक्षकों को वसूली का नोटिस जारी किया है। तजा केस उत्तरकाशी जिले की जूनियर हाईस्कूल की शिक्षिका विमला नेगी का है। उन्हें शुक्रवार को नोटिस मिला है। विभाग ने सेवानिवृत्ति के बाद उनकी पेंशन यह कहते हुए रोक दी गई कि उनसे छह लाख की वसूली की जाएगी। हालांकि विभाग समय-समय पर शिक्षकों को नोटिस भेजता रहा है।

इस मामले में ज्यादातर शिक्षक कोर्ट जा चुके हैं, कुछ जाने की तैयारी में हैं। उत्तरकाशी के जूनियर हाईस्कूल बेस्टी पुरोला से सेवानिवृत्त हुई शिक्षिका विमला नेगी के मुताबिक सेवानिवृत्त को करीब छह महीने हो चुके हैं, लेकिन उन्हें अब तक पेंशन एवं अन्य देयकों का लाभ नहीं मिल पाया है। विभाग की ओर से मौखिक रूप से बताया जा रहा है कि उनके वेतन का गलत निर्धारण हुआ था। उनसे छह लाख रुपये से अधिक की वसूली की जाएगी।

विभाग ने वर्ष 2012 में उन्हें प्राथमिक सहायक से जूनियर सहायक के पद पर पदोन्नति दी। मई 2022 में उन्हें जूनियर सहायक अध्यापिका के पद का वेतनमान दिया गया। गलत वेतन निर्धारण के संबंध में उन्हें कभी लिखित में नहीं दिया गया। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष रघुवीर पुंडीर ने कहा कि विभाग की ओर से 936 शिक्षकों को समय-समय पर वसूली का नोटिस दिया गया है।

विभाग की इस गलती से प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूलों के दो हजार से अधिक शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं। विभाग को शिक्षकों का वेतन रोकने के बजाए वेतन का गलत निर्धारण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। शिक्षकों को पेंशन एवं अन्य देयकों का लाभ न दिया गया तो संगठन इसके खिलाफ कोर्ट जाएगा।

विभाग की गलती खामियाजा शिक्षक उठाये
प्रदेश के प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूलों के शिक्षकों को छठे वेतनमान में एक जनवरी 2006 से चयन और पदोन्नत वेतनमान पर 17140 रुपये का लाभ दिया गया। विभाग की ओर से पूर्व में बताया गया कि प्राथमिक से जूनियर हाईस्कूल के सहायक अध्यापक के पद पर पदोन्नत शिक्षकों से इसकी वसूली नहीं होगी। जिन शिक्षकों को चयन वेतनमान पर 17140 मूल वेतन दिया गया, उनसे वसूली की जाएगी। विभाग अब इस तरह के सभी शिक्षकों को नोटिस जारी कर रहा है।

रामकृष्ण उनियाल, प्रभारी शिक्षा निदेशक – इस मामले में संबंधित जिले के अधिकारी से रिपोर्ट लेकर मामले का निपटारा किया जाएगा। विभाग में छठे वेतनमान में इस तरह की विसंगति आई हैं।