Uttarakhand News 10 Feb 2025: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे शुरू होने के बाद चारधाम यात्रा में इस बार तीर्थयात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना है। खासकर गंगोत्री व यमुनोत्री जाने वाले तीर्थयात्री देहरादून होते हुए निकल सकते हैं, जिसके चलते पुलिस महानिरीक्षक चारधाम यात्रा प्रबंधन व निदेशक यातायात ने भीड़ प्रबंधन को देखते हुए पूर्व ही योजना बनानी शुरू कर दी है।

दिल्ली से आने वाले यातायात को किस तरह से भेजा जाएगा, इसको लेकर मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। निदेशालय की ओर से एसपी लोकजीत सिंह को नोडल अधिकारी यात्रा का नोडल अधिकारी नामित किया गया है।

कुल 189 किलोमीटर के एक्सप्रेस-वे का शुभारंभ चार चरणों में किया जाना है
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे का काम लगभग पूरा हो चुका है। कुल 189 किलोमीटर के एक्सप्रेस-वे का शुभारंभ चार चरणों में किया जाना है। पहले चरण में दिल्ली से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे (ईपीई) जंक्शन करीब 14 किलोमीटर का पेंच फरवरी माह में शुरू हो जाएगा।

इसके बाद दूसरे चरण में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे जंक्शन से सहारनपुर के बीच करीब 136 किलोमीटर का पेंच मई माह, तीसरे चरण में सहारनपुर से गणेशपुर देहरादन करीब 19 किलोमीटर का पेंच और चौथे चरण में गणेशपुर से देहरादून का 20 किलोमीटर का पेंच फरवरी में पूरा हो जाएगा।

दिल्ली व यूपी से आते हैं बड़ी संख्या में श्रद्धालु
यात्रा के दौरान एक्सप्रेस-वे शुरू होने के चलते दिल्ली व उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री देहरादून होते हुए गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के दर्शन करने के लिए पहुंच सकते हैं। क्योंकि अधिकतर तीर्थयात्री चार धाम की यात्रा इन्हीं दोनों धामों से शुरू करते हैं। ऐसे में यातायात निदेशालय की ओर से यात्रा से पूर्व ही अपनी तैयारी करने में जुट गया है। यात्रा के दौरान यदि एकदम तीर्थयात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होती है तो उसे किस रूट पर भेजा जाना है, इसको लेकर यातायात निदेशालय इन दिनों माथापच्ची करने में जुटा हुआ है।

पुलिस महानिरीक्षक चारधाम यात्रा प्रबंधन ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचआइ) को पत्र लिखकर मई से पूर्व एक्सप्रेस-वे शुरू करने को कहा है ताकि यात्रा से पूर्व योजना बनाई जा सके।

यात्रा प्रबंधन को लेकर आइजी अरुण मोहन जोशी पर बड़ी जिम्मेदारी
वर्ष 2024 में उत्तराखंड चारधाम यात्रा के दौरान गंगोत्री और यमुनोत्री में हालात बेहद खराब हो गए थे। सरकार ने आनन-फानन में वरिष्ठ अधिकारियों को चारधामों की जिम्मेदारी सौंपते हुए यह सुनिश्चित किया था कि यात्रियों को अब यात्रा में कोई भी दिक्कत नहीं होगी
ऐसे में पुलिस विभाग ने अरुण मोहन जोशी को गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे महत्वपूर्ण टास्क की जिम्मेदारी दी, जिसके तहत उन्होंने गंगोत्री और यमुनोत्री का दो दिवसीय दौरा किया था। वापस लौटने के बाद उन्होंने राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी।

पुलिस अधीक्षक लोकजीत को बनाया नोडल अधिकारी
चारधाम यात्रा प्रबंधन की जिम्मेदारी देख रहे आइजी अरुण मोहन जोशी ने पुलिस अधीक्षक लोकजीत सिंह को चार धाम यात्रा का नोडल अधिकारी बनाया है। आइजी की ओर से उन्हें एक्सप्रेस-वे शुरू होने पर भीड़ प्रबंधन व तीर्थयात्रियों की सुविधा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिस अधीक्षक की ओर से देहरादून व विकासनगर की तरफ आने वाले तीर्थयात्रियों के पड़ाव व मार्गों का निरीक्षण किया जा रहा है।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे का काम लगभग पूरा हो चुका है और चार चरणों में एक्सप्रेस-वे को शुरु किया जाना है। एक्सप्रेस-वे शुरू होने के बाद दिल्ली व उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में देहरादून होते हुए बड़ी संख्या में तीर्थयात्री गंगोत्री व यमुनोत्री दर्शनों के लिए जा सकते हैं। देहरादून में जाम की समस्या उत्पन्न न हो और तीर्थयात्री बिना परेशानी यात्रा पर निकले। इसको लेकर योजना तैयार की जा रही है। पुलिस अधीक्षक लोकजीत को नोडल अधिकारी नामित करते हुए उन्हें योजना बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। – अरुण मोहन जोशी, आइजी, चारधाम यात्रा प्रबंधन

देहरादून व विकासनगर रूट से गंगोत्री व यमुनोत्री जाने वाले यात्रियों को यदि आकस्मिक ठहराने के लिए सभी जिलों से रिपोर्ट मांग ली गई हैं। देहरादून जनपद में ऐसी 10 जगह चिह्नित किए गए हैं। यही तीर्थयात्रियों के ठहरने व खाने की समुचित व्यवस्था होगी। इसके अलावा परिवहन व पर्यटन विभाग को पत्र लिखा गया है कि वह अपने चेकिंग प्वाइंट पहले ही बना दें। यात्रा चेकिंग प्वाइंट ऐसी जगह बनाए जाएंगे, जहां से तीर्थयात्री गुजरते हैं। यातायात प्रबंधन को लेकर पूरी योजना बनाई जा रही है। – लोकजीत सिंह, नोडल अधिकारी चार धाम यात्रा