Ganesh Chaturthi 2022: आज बुधवार 31 अगस्त को घरों और पांडालों में गणपति बप्पा की पूजा के साथ स्थापित करने के साथ ही 10 दिवसीय गणेश महोत्सव शुरू हो जाएगा।
विघ्न विनाशक मंगलमूर्ति श्री गणेश आज शुभ मुहूर्त में पंडालों और घरों में विराजेंगे। गणेश चतुर्थी पर हर गली और नुक्कड़ पर मंगलमूर्ति की मूर्ति स्थापित की जाएगी। गजानन को उनके पसंदीदा मोदक का भोग लगाया जाएगा। बुधवार से शुरू हुए आयोजन दस दिन तक चलेंगे।
राजधानी देहरादून सहित प्रदेश के अन्य शहरों में ढोल नगाड़ों के साथ नगर परिक्रमा के बाद गणपति बप्पा स्थापित होंगे। वहीं दो साल बाद इस महोत्सव को लेकर आयोजकों में भी खास उत्साह है। घरों में लोग तैयारी में जुटे हैं। विभिन्न जगहों पर रंग विरंगी लाइट और फूलों से पांडाल सज चुके हैं।
देहरादून की बात करें तो यहां पटेलनगर, मन्नूगंज, प्रेमनगर, क्लेमेनटाउन आदि क्षेत्रों में पांडाल सजाकर इस महोत्सव को उल्लास और श्रद्धाभाव के साथ मनाया जाता है। गणपति के भजन और झांकियां प्रस्तुत की जाती हैं।
शुभ मुहूर्त:
- गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11: 24 से दोपहर 1:54 बजे तक रहेगा।
- भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
- इस बार बुधवार को गणेश चतुर्थी के साथ महोत्सव की शुरुआत होगी।
10 साल के बाद बन रहा विशेष संयोग:
- इस बार गणेश चतुर्थी पर तीन शुभ योग का विशेष संयोग बन रहा है।
- ज्योतिषाचार्य डा. सुशांत राज के मुताबिक इस दिन रवि, शुक्ल और ब्रह्म योग बन रहा है।
- सुबह 5:58 बजे से रवि योग शुरू होगा।
- 10:48 बजे तक शुक्ल योग रहेगा जबकि इसके तुरंत बाद ब्रह्म योग शुरू हो जाएगा।
- पूजा पाठ के लिहाज से तीनों योग को बेहद शुभ माना गया है।
देहरादून में ये होंगे कार्यक्रम:
- इस बार धामावाला मोहल्ला में 16वां गणेश महोत्सव मनाया जाएगा। शाम 7:30 बजे गणपति की स्थापना होगी।
- सुबह 11 बजे मनभावन वेडिंग प्वाइंट से कलश यात्रा शुरू होकर पांडाल तक पहुंचेगी।
- यहां नौ सितंबर तक प्रतिदिन शाम छह बजे से देहरादून, विकासनगर, हरिद्वार, सहारनपुर, पटियाला, पांवटा साहिब के कलाकार भजन की संध्या देंगे।
- गढ़ी कैंट स्थित आजीविका एजुकेशन के प्रांगण में पांच दिवसीय महोत्सव मनाया जाएगा।