Uttarakhand News, 26 August 2023: देहरादून: कोतवाली पटेल नगर क्षेत्र के अंतर्गत 12 साल की बच्ची को फुंसियां होने पर इलाज के लिए परिजन डॉक्टर के पास ले गए. परिजनों का आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर द्वारा लगाए गए गलत इंजेक्शन के कारण बच्ची की मौत हो गई. मृतक की मां की तहरीर के आधार पर झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस डॉक्टर की तलाश कर रही है.

चमनपुरी निरंजनपुर निवासी उर्मिला देवी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी 12 साल की बेटी ज्योति के पैर में फुंसियां हुई थी और 7 अगस्त को उसे ग्रीन पार्क स्थित बिजली घर चौक के पास डॉ. अमरजीत के क्लीनिक लेकर गए. डॉक्टर ने ज्योति के पैर पर पट्टी बांधी और एक इंजेक्शन लगा दिया. उसके बाद ज्योति को परिजन घर लेकर आ गए, लेकिन ज्योति की तबीयत बिगड़ने लगी तो परिजन दूसरे अस्पताल लेकर गए और ज्योति की 7 अगस्त को ही मृत्यु हो गई थी. जिसके बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने क्लीनिक पर हंगामा किया था और मौके पर पहुंची पुलिस ने हंगामा को शांत कराया और बच्ची के शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया गया था.

कोतवाली पटेल नगर प्रभारी सूर्य भूषण नेगी ने बताया कि पोस्टमार्टम में मौत की वजह साफ नहीं हो पाई थी, इसलिए डॉक्टर की सलाह पर विसरा सुरक्षित रखा गया है. साथ ही मृतक की मां उर्मिला की तहरीर के आधार पर डॉक्टर को प्राथमिक जांच के लिए बुलाकर डिग्री के बारे में पूछा गया तो वह अपनी डिग्री या प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं कर पाया. जिसके चलते डॉक्टर अमरजीत के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही पुलिस जब डॉक्टर के क्लीनिक पर गई तो क्लीनिक बंद मिला. साथ ही डॉक्टर फरार हो गया. पुलिस का कहना है कि आरोपी डॉक्टर को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.