Uttarakhand News, 20 July 2023: हल्द्वानी (उत्तराखंड): बहुचर्चित व्यापारी अंकित चौहान हत्याकांड, जिसमें अपने प्रेमी से छुटकारा पाने और अपनी लवस्टोरी का The END करने के लिए गर्लफ्रेंड माही उर्फ डौली ने एक जहरीली साजिश रच डाली. एक सपेरे का सहारा लेते हुए अपने बॉयफ्रेंड अंकित को कोबरा सांप से डसवाकर उसकी जान ले ली. अंकित की लाश 15 जुलाई को उसी की कार में मिली थी. पुलिस ने सपेरे की गिरफ्तारी के साथ बीती 18 जुलाई को मामले का खुलासा तो कर दिया है, लेकिन मुख्य आरोपी यानी अंकित चौहान की प्रेमिका माही उर्फ डौली आर्य सहित चार अन्य आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं. अब नैनीताल पुलिस ने चारों आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है. आशंका जताई जा रही है कि फरार चारों आरोपी नेपाल में हो सकते हैं.

प्रेमिका के घर से डीवीआर गायब: एसएसपी नैनीताल पंकज भट्ट ने बताया कि अंकित मर्डर कांड के मुख्य आरोपी अंकित की प्रेमिका डॉली आर्य उर्फ माही, उसका दोस्त दीप कांडपाल और नौकरानी ऊषा और नौकरानी का पति राम अवतार फरार हैं. फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं, जो जगह-जगह दबिश देकर आरोपी की तलाश में जुटी हुई हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं, जल्द ही चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस ने माही के घर की भी तलाशी ली है. घर के सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर गायब है, जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि माही सीसीटीवी डीबीआर को अपने साथ ले गई है.

अंकित के दोनों पैरों पर सांप के डसने के थे निशान: गौरतलब है कि हल्द्वानी के प्रतिष्ठित व्यापारी के बेटे अंकित चौहान की 15 जुलाई की लाश तीनपानी रेलवे क्रॉसिंग के पास उसकी कार में ही मिली थी. कार का AC ऑन था. प्रथम दृष्टया ये आशंका जताई गई थी कि AC निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस से दम घुटने के कारण अंकित की मौत हुई होगी, लेकिन अंकित के पैरों पर कुछ निशान देख पुलिस को शक हुआ. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ हो गया कि अंकित के दोनों पैरों पर सांप के डसने के निशान थे.

बहन ईशा ने दर्ज करवाया था मामला: मौत की वजह पता लगने के बाद मामले के खुलासे के लिए पुलिस की कई टीमें बनाई गईं. जांच शुरू की गई और अंकित चौहान के फोन की कॉल डिटेल्स निकलवाई गईं. ये सामने आया कि मृतक अंकित का माही नाम की महिला के साथ संबंध था. शक की सुई माही की तरफ घूम गई. इस बीच अंकित की बहन ईशा ने माही और उसके दोस्त दीप कांडपाल के खिलाफ हल्द्वानी कोतवाली में अंकित की हत्या करने का केस दर्ज कराया.

पुलिस ने जांच और तेज कर दी. पता चला कि अंकित आखिरी बार (14 जुलाई को) माही के घर के लिए निकला था और अगले दिन उसका शव उसी की कार से बरामद हुआ. अब माही के कॉल रिकॉड्स निकाले गए, जिनसे ये पता लगा कि माही घटना के दिन एक नंबर के लगातार संपर्क कर रही थी. पता किया गया कि वो नंबर किसी रमेश नाथ नाम के व्यक्ति का है जो सांप पकड़ने का काम करता है. रमेश हल्द्वानी में किराए के मकान में रहता था. शक के आधार पर रमेश नाथ को पकड़ा गया और पूछताछ में सारी कहानी साफ हो गई.

अंकित से परेशान हो चुकी थी डौली: रमेश नाथ ने माही से मिलने से लेकर अंकित की हत्या किए जाने तक की पूरी कहानी पुलिस को बता दी. ये भी बताया कि माही ने उसे बताया था कि वो अंकित से परेशान हो चुकी है. अब वो दीप कांडपाल से प्यार करती है, लेकिन अंकित उसका पीछा नहीं छोड़ रहा. इसलिए उसे रमेश की मदद चाहिए थी ताकि सांप से डसवाकर मारने पर कोई उनपर शक न करे. रमेश ने पुलिस को ये भी बताया कि पहले 8 जुलाई को अंकित चौहान के बर्थडे पर उसे मारने का प्लान बना था. रमेश को मिलाकर बाकी तीन आरोपी भी माही के घर पर थे. लेकिन उस दिन देर रात तक भी मौका नहीं मिल सका. फिर माही ने 14 जुलाई को रमेश को घर बुलाया. रात के वक्त जब अंकित माही के घर पहुंचा, उसके कुछ देर बाद अंकित को शराब में मिलाकर नशे की गोलियां देकर बेहोश किया गया. फिर माही, दीप, नौकरानी ऊषा और नौकरानी के पति राम अवतार ने मिलकर बेड पर अंकित को उल्टा लिटाकर दबाए रखा और रमेश को कहा कि अंकित को सांप से डसवाए.

नेपाल जाने वाले थे आरोपी: पहले लाश को कार सहित खाई में धकेलने का प्लान बना था, लेकिन ज्यादा लोग होने के कारण कार को हल्द्वानी तीनपानी बाईपास रेलवे क्रॉसिंग पर खड़ा कर दिया गया. AC ऑन कर लाश कार में छोड़ दी गई. फिर सभी ने अपना फोन बंद किया और हल्द्वानी से टैक्सी लेकर भाग गए. सपेरे रमेश को बरेली में उतारा और उसे हत्या में मदद करने के लिए 10 हजार रुपये दिए गए. फिर सभी आगे चले गए. उनका नेपाल जाने का प्लान था.

कहां हुई गलती: जब बाकी चारों आरोपियों के नेपाल के लिए रवाना होते ही सपेरे पहले बरेली गया फिर हल्द्वानी लौटते ही रमेश ने अपना मोबाइल ऑन कर दिया और पुलिस को उसकी लोकेशन मिल गई. पुलिस ने तुरंत रमेश को धर दबोचा. पुलिस ने मामले का खुलासा तो कर दिया है लेकिन बाकी चारों आरोपियों को पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है. अब पुलिस ने चारों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित कर दिया है.