Uttarakhand News 29 Aug 2024: सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में बुधवार से मरीजों के लिए पास सिस्टम जारी कर दिया गया। कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के बाद अस्पताल के डॉक्टरों, महिला कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह व्यवस्था शुरू की है।
सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में बुधवार से मरीजों के लिए पास सिस्टम जारी कर दिया गया। अभी नए पास नहीं बने हैं लेकिन कुछ साल पहले पास सिस्टम बंद होने के बाद अस्पताल के पास कुछ पास बचे हुए थे, अस्पताल प्रशासन ने उन्हीं से काम चलाना शुरू कर दिया है।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीएस तितियाल ने बताया कि कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के बाद अस्पताल के डॉक्टरों, महिला कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अस्पताल प्रशासन ने पास सिस्टम की व्यवस्था शुरू की है। भर्ती होने वाले प्रत्येक मरीज को दो पास दिए जा रहे हैं ताकि बारी-बारी से तीमारदार अपने मरीज की देखभाल कर सकें। उन्होंने बताया कि वर्ष 2011-12 में एक बार यहां पास सिस्टम लागू किया गया था लेकिन बाद में किसी वजह से इ व्यवस्था को बंद कर दिया गया था। अब फिर से पास सिस्टम शुरू किया गया है। जल्द ही नए पास बनवा लिए जाएंगे। इसके अलावा सुरक्षा गार्डों को भी सतर्क रहने और लगातार गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि कुछ और नई व्यवस्थाएं भी जल्द शुरू की जाएंगी।
एसटीएच में तीन दिन से नहीं हो रहे अल्ट्रासाउंड
सुशीला तिवारी अस्पताल में तीन दिन से अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहे हैं। बुधवार को कई मरीजों को बगैर अल्ट्रासाउंड के लौटना पड़ा। एक माह पूर्व तक दो रेडियोलाॅजिस्ट तैनात थे जिसमें से एक ने यहां से त्यागपत्र दे दिया था। तब से यहां रंगीन डॉप्लर अल्ट्रासाउंड भी नहीं हो रहे हैं। वहीं न्यूरो विभाग में भी डॉक्टर नहीं होने से मरीज परेशान रहे।
एसटीएच में हल्द्वानी के अलावा अन्य जिलों के मरीज भी यहां इलाज के लिए आते हैं। यहां रोजाना 65 से 70 अल्ट्रासाउंड होते हैं लेकिन बीते सोमवार से अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहे हैं और मरीजों को निजी केंद्रों में अल्ट्रासाउंड कराना पड़ रहा है। वहीं बुधवार को न्यूरो विभाग में भी ताला लगा मिला। रामनगर से अपने पति को दिखाने पहुंचीं चंद्रकला ने बताया कि डॉक्टर नहीं बैठेंगे, यह पहले पता होता तो वह कहीं और चली जातीं। पर्चा कटाते समय भी जानकारी नहीं दी गई। इधर प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि रेडियोलॉजिस्ट पारिवारिक वजह से अवकाश पर गए हैं। न्यूरो सर्जन अवकाश पर हैं।
दो डॉक्टरों ने दिया नोटिस
एसटीएच में मेडिसिन विभाग में स्थायी असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. वैभव कुमार और हड्डी रोग विभाग में संविदा पर तैनात असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नवनीत अधिकारी ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को नौकरी छोड़ने संबंधी नोटिस दिया है। प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि दोनाें डॉक्टरों के नोटिस मिले हैं जिन्हें शासन को भेजा जा रहा है।
ऑल इंडिया कोटे में एक का हुआ प्रवेश
मेडिकल कॉलेज में बुधवार को ऑल इंडिया कोटे से प्रवेश प्रकिया में एक और छात्र ने प्रवेश लिया। पहले दिन तीन छात्रों ने प्रवेश लिया था। ऑल इंडिया कोटे में यहां 19 और राज्य कोटे से 108 सीटें हैं। प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया चार सितंबर तक चलेगी। 29 और 30 अगस्त को स्टेट कोटे का रिजल्ट आने के बाद राज्य कोटे से प्रवेश शुरू होंगे।
मेडिकल कॉलेज के तीन छात्र छात्रावास से निलंबित
राजकीय मेडिकल कॉलेज के तीन छात्रों को अनुशासनहीनता के आरोप में छात्रावास से निलंबित कर दिया गया है। तीनों एमबीबीएस 2021 बैच के छात्र हैं। पूर्व में ताकीद करने और हिदायत देने के बाद भी उक्त छात्र नियमों का पालन नहीं कर रहे थे। बता दें कि एक महीने पहले भी एक और छात्र को अनुशासनहीनता पर हॉस्टल से निलंबित किया जा चुका है।
मुख्य छात्रावास अधीक्षक डॉ. आरजी नौटियाल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि प्रवेश के समय विद्यार्थियों की ओर से एक शपथपत्र प्राचार्य कार्यालय में जमा किया गया था। इसमें यह बात भी शामिल थी कि कॉलेज परिसर में दोपहिया-चौपहिया वाहनों का प्रयोग नहीं करेंगे। इधर, तीन छात्र नियमों का उल्लंघन करते हुए कॉलेज परिसर की सड़क पर बिना हेलमेट के ट्रिपल राइडिंग कर रहे थे। उनको कई बार चेतावनी देने के बाद 16 जुलाई को आखिरी मौका दिया गया था लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इस पर छात्रावास अधीक्षक की ओर से तीनों छात्रों को छात्रावास में आवंटित कक्ष को तुरंत खाली करने का आदेश जारी किया गया है। चेतावनी दी गई है कि कक्ष खाली नहीं करने पर अकादमिक क्रियाकलापों से भी वंचित कर दिया जाएगा।