Uttarakhand News, 30 October 2023: हल्द्वानी: डेंगू से पीड़ित उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में वनस्पति विभाग में संविदा पर तैनात असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पुष्पेश जोशी (40) की मौत हो गई। शुक्रवार को तबीयत बिगड़ने पर उन्हें सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन डेढ़ घंटे के भीतर स्थिति बिगड़ने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। जहां दिल्ली ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई। डेंगू से जिले में यह चौथी मौत बताई जा रही है। मूलरूप से सोमेश्वर अल्मोड़ा निवासी डॉ. पुष्पेश जोशी बीते करीब 10-15 वर्षों से हल्द्वानी के जज फार्म में रह रहे थे। बीते दो वर्षों से वह यूओयू के वनस्पति विभाग में संविदा पर सहायक प्राध्यापक पद पर कार्यरत थे। परिजनों के मुताबिक बीते सोमवार को उन्हें बुखार की शिकायत हुई थी। शुक्रवार को उनकी हालत अचानक बिगड़ी तो परिजन उन्हें एसटीएच ले गए। डॉक्टरों ने शुरुआती जांच के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर किया था। शुक्रवार रात ही दिल्ली ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन शव को हल्द्वानी लेकर पहुंचे। जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। सुशीला तिवारी अस्पताल के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि मरीज को 27 अक्टूबर को सुशीला तिवारी अस्पताल में गंभीर हालत में लाया गया था। उनका एलाइजा टेस्ट पॉजीटिव था। इसके बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया। पुष्पेश जोशी की करीब साढ़े तीन साल पहले शादी हुई थी। परिवार में उनकी माता पुष्पा जोशी, बड़े भाई चंद्रेश जोशी, पत्नी प्रीति जोशी और डेढ़ वर्ष का बेटा हैं। पुष्पेश जोशी के पिता नवीन जोशी हल्द्वानी उपकारागार में जेल अधीक्षक के पद पर कार्यरत रहे थे। उनका भी निधन हो चुका है।