Uttarakhand News 27 September 2024: डीजीपी साहब, शहर को नशे से बचा लीजिए…। नशे ने युवाओं का कॅरिअर बर्बाद करने के साथ उनके परिजनों की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं। बृहस्पतिवार को कोतवाली में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में संभ्रांत नागरिकों और व्यापारियों ने नशा, जाम आदि समस्याएं डीजीपी के सामने रखीं।
जनसंवाद कार्यक्रम में देवभूमि व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कहा कि युवा नशे के दलदल में फंस रहे हैं। शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी नशे का चलन तेजी से बढ़ रहा है। लालकुआं की गीता शर्मा ने कहा कि नशा करने के लिए बच्चे चोरी कर रहे हैं। दुष्यंत आहूजा ने शहर में नशे के खिलाफ जागरुकता अभियान चलाने की अपील की। प्रो. डॉ. हीरा सिंह भाकुनी ने मुखानी चौराहे पर आटो-ई रिक्शा की समस्या को उठाया। व्यापारी दीपक ने कहा कि बाहरी लोगों का पुलिस सत्यापन किया जाए। गांव में घूमने वाले फेरी वालों की जांच होनी चाहिए। व्यापारी वीरेंद्र गुप्ता ने बाजार में अतिक्रमण की समस्या उठाई। नागरिकों के सुझाव पर डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि सभी समस्याओं पर विचार किया जाएगा। कहा कि युवाओं को नशे से बचाने के लिए अभिभावकों को भी ध्यान देना होगा।
स्टंटबाजी भी शहर की समस्या
जनसंवाद में लोगों ने बताया कि रात 10 बजे के बाद हुड़दंगी युवा बाइक और कार से स्टंट करते हैं। इससे लोगों को आवाजाही में परेशानी होती है। अगर आमजन स्टंट करने पर टोकता है तो आरोपी विवाद करने पर उतारू हो जाते हैं।
दिव्यांग लोकगायक को कमरे में बंद किया
जनसंवाद कार्यक्रम में लोकगायक दीपक सुआल अपनी समस्या लेकर पहुंचे। परंतु उन्हें डीजीपी से नहीं मिलने दिया गया। इसके चलते दीपक कोतवाली परिसर में धरने पर बैठ गए। पुलिसकर्मियों ने उन्हें बेतरतीब तरीके से उठाते हुए हाथ-पैर पकड़ एक कमरे में बंद कर दिया। डीजीपी के जाने के बाद उन्हें छोड़ा गया।
हां, पुलिस की मिलीभगत के बिना नशे का व्यापार संभव नहीं : डीजीपी
डीजीपी ने प्रेस वार्ता में कबूल किया कि पुलिस की मिलीभगत के बिना नशे का कारोबार करना संभव नहीं है। पर हम इस पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। एसएसपी को बताया कि जिस थाने में पुराने अधिकारी के बावजूद नशे की शिकायत है तो यही माना जाएगा कि नशा पुलिस की मिलीभगत से बिक रहा है। पुलिसकर्मियों की शिकायत पर उसे हटा दिया जाएगा। वहीं गंभीर मामला साबित होने पर ऐसे अधिकारी को निबंलित कर दिया जाएगा।
शहर में बनेंगे नए थाने, दो सप्ताह में तैयार होगी रिपोर्ट
डीजीपी अभिनव कुमार ने जनसंवाद कार्यक्रम में कहा कि शहर की आबादी तेजी से बढ़ी है। वर्तमान में जो पुलिस व्यवस्था है, वह काफी पुरानी है। शहर में अलग-अलग स्थानों पर नए थानों की जरूरत हैं। जिले के एसएसपी को निर्देश दिए कि वह दो सप्ताह में सर्वे पूरा कर रिपोर्ट देंगे। इसके बाद छह महीने में प्रस्ताव को शासन में भेजा जाएगा।