Uttarakhand News 01 Oct 2024: गौला नदी में 22 सितंबर से बनाई जा रही अस्थायी सड़क से सोमवार को वाहनों की आवाजाही शुरू हुई। इस बीच सिंचाई विभाग के गौला बैराज से पानी छोड़ने के कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया। इससे वहां से गुजर रहे वाहन चालकों में अफरातफरी मच गई। वाहन चालक किसी तरह तेज रफ्तार से नदी आर-पार करने लगे। तेज बहाव से कोई जानमाल की हानि नहीं हुई लेकिन आ अस्थायी सड़क के लिए डाली गई मिट्टी और पत्थर बह गए। अगर बहाव बढ़ता तो बड़ा हादसा हो सकता था। भाजपा ने सिंचाई विभाग के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
सोमवार को गौला नदी में बनाई जा रही 1.5 किमी लंबी अस्थायी सड़क से वाहनों की आवाजाही शुरू कराई गई। वाहनों की आवाजाही के दौरान गौला बैराज से सिल्ट साफ करने के लिए बैराज के गेट खोलने के कारण अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया। जलस्तर बढ़ने से अस्थायी सड़क से आवाजाही कर रहे दोपहिया और चारपहिया वाहन चालकों में अफरातफरी मच गई। अफरातफरी मचने से पूर्व करीब 150 वाहनों सड़क से आवाजाही कर चुके थे। पहाड़ों में बारिश की संभावना से नदी का जलस्तर न बढ़े, इसलिए जिला प्रशासन ने रात के वक्त इस सड़क से वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है। मंगलवार को जलस्तर सामान्य रहने के बाद इसे यातायात के लिए खोला जाएगा। भाजपा नेता मुकेश बेलवाल का कहना है कि सिंचाई विभाग को इस तरह बिना चेतावनी के पानी नहीं छोड़ना चाहिए था। गनीमत रही कि पानी के बहाव से अस्थायी सड़क की मिट्टी और कुछ पत्थर बहे। बाल-बाल हादसा टल गया। उन्होंने पुलिस से सिंचाई विभाग के खिलाफ कर्रवाई करने की मांग की है।
15 ग्राम पंचायतों के लोग परेशान
गौला पुल की एप्रोच सड़क के बहने के बाद से गौलापार की 11 और चोरगलिया क्षेत्र की चार ग्राम पंचायतों के लोग परेशान हैं। एप्रोच सड़क बहने के बाद यहां के ग्रामीण काठगोदाम होते हुए 15 किलोमीटर अतिरिक्त सफर कर हल्द्वानी पहुंच रहे हैं। गौला पुल से आवाजाही होने पर उन्हें मात्र छह किमी चलना पड़ता था। सिंचाई विभाग के बैराज से अचानक पानी छोड़ने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
गौला बैराज में सिल्ट साफ करने के लिए सिंचाई विभाग ने पानी छोड़ दिया। पानी से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। सुरक्षा को देखते हुए रात में वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है। मंगलवार को सुरक्षा के बीच फिर अस्थायी सड़क से यातायात को खोला जाएगा।
-परितोष वर्मा, एसडीएम हल्द्वानी
सिंचाई विभाग के खिलाफ तहरीर मिली है। तहरीर मिलने के बाद जांच शुरू कर दी है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-विमल मिश्रा, थानाध्यक्ष काठगोदाम
बैराज खोलने की सूचना जल पुलिस को दे दी गई थी। गौला बैराज में सिल्ट जमा हो गया था, हर रोज पानी छोड़ा जाता है। अगर यह प्रक्रिया नहीं की गई तो पेयजल का संकट गहरा जाएगा। वर्तमान में गौला बैराज में 1067 क्यूसेक पानी आ रहा है। 919 क्यूसेट पानी को छोड़ा गया है। 148 क्यूसेक पानी जल संस्थान और रेलवे को दिया जाता है। सिल्ट को साफ करने के लिए आजकल दो गेट खोले जा रहे हैं।