Uttarakhand News 09 Nov 2024: पेयजल संकट से निजात दिलाने की मांग को लेकर करायल जौलासाल के ग्रामीण जल संस्थान जा धमके और प्रदर्शन किया। उन्होंने सहायक अभियंता का घेराव कर जल्द पेयजलापूर्ति दुरुस्त नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।

करायल जौलासाल के लोग शुक्रवार को पूर्वाह्न जल संस्थान पहुंचे। वहां अधिशासी अभियंता नहीं दिखे तो कार्यालय में ही ज्ञापन दे दिया। जाने लगे तो सहायक अभियंता प्रमोद पांडे मिल गए। उन्हीं का घेराव कर कहा, ग्रामसभा के अंतर्गत भरत कॉलोनी, लक्ष्मी विहार, नारायणपुरम व राजारानी विहार के कई परिवार सालों से पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कनेक्शन ले रखा है, बिल भी दे रहे हैं, मगर बदले में उन्हें पानी नहीं मिल रहा।

बीते लोकसभा चुनाव के समय इस समस्या को लेकर मतदान के बहिष्कार की चेतावनी दी थी। तब प्रशासनिक व जल संस्थान के अधिकारियों ने अगस्त 2024 तक नियमित पेयजलापूर्ति का भरोसा दिया था। अब चार महीने और ज्यादा गुजर गए। इसके बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ। जल संस्थान की ओर से टैंकरों से आपूर्ति में भी कटौती कर दी गई है। इससे लोग पानी को तरस रहे हैं। एई का घेराव करने वालों में हिमांशु तड़ागी, बीएस भाकुनी, रमेश मेहता, गीता जोशी, मोनिका, गुंजन तिवारी, कमला नयाल आदि शामिल रहे।

ट्यूबवेल खुदाई में कमी आने से हुई देरी : एई
जल संस्थान के एई प्रमोद पांडे ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में जल जीवन मिशन योजना से लाइन बिछाई गई है। ट्यूबवेल के लिए खोदाई के दौरान तकनीकी कमी आने के कारण लाइनों में संयोजन नहीं जोड़ा जा सका है। अगस्त में यह काम पूरा होना था लेकिन अब नया ट्यूबवेल बनकर तैयार हो गया है। जल्द ही ट्यूबवेल से पेयजलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी। फिलहाल प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों से पानी दिया जा रहा है।

10 साल से यहां रह रहे हैं, लगातार पेयजल संकट बना हुआ है। प्राइवेट टैंकरों से जैसे-तैसे काम चला रहे हैं, कुछ दिन जल संस्थान ने टैंकरों से पानी बांटा लेकिन अब नहीं दे रहे हैं।
-सरोज लमगड़िया, नारायणपुरम कॉलोनी

पानी के लिए परेशान हैं, कॉलोनी में बिछी पेयजल लाइनों में सालों से पानी नहीं आ रहा है। जल संस्थान के समक्ष कई बार समस्या उठाई गई है, लेकिन स्थायी समाधान अब तक नहीं हुआ।
-गीता जोशी, भरत कालोनी

करायल जौलासाल ग्राम सभा क्षेत्र की कॉलोनियों में करीब 150 परिवार निवास करते हैं, सभी पानी के लिए तरस रहे हैं। जल जीवन मिशन से बिछाई जा रही योजना का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है।
-हिमांशु तड़ागी, भरत कॉलोनी

10 साल से यहां रह रहा हूं, 500 रुपये के हिसाब से प्राइवेट टैंकर से पानी मंगाने के लिए मजबूर हैं। एक टैंकर सप्ताह भर भी नहीं चलता। जल संस्थान कोई सुनवाई नहीं कर रहा है।
-नवीन जोशी, राजारानी विहार