Uttarakhand News 12 Nov 2024: अगर आप मुसीबत में हों और एक बटन दबाते ही मदद मिल जाए। महानगरों की तरह इस व्यवस्था के हल्द्वानी शहर में भी शुरू होने की उम्मीद जग गई है। इसी क्रम में हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र में 25 स्थानों पर पैनिक बटन लगाए जाएंगे। तीन सबसे व्यस्त चौराहों पर अर्ली वार्निंग सिस्टम लगेगा। वार्निंग सिस्टम की आवाज आधा किलोमीटर की परिधि में सुनी जा सकेगी।

नगर निगम को एडीबी की ओर से लोन के रूप में 2200 करोड़ रुपये मिले हैं। इस बजट से उत्तराखंड शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी (यूयूएसडीए) ने 82 करोड़ की लागत से इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित करने की डीपीआर बनाई है। एडीबी ने इस डीपीआर पर हामी भर दी है। अब इसे शासन की हाईपावर कमेटी के लिए सामने रखा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलते ही इसके टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। यूयूएसडीए का दावा है कि दो साल के अंदर शहर की सड़कों पर इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम काम करने लगेगा।

शहर के 22 चौराहे-तिराहे ऑटोमेटिक ट्रैफिक सिग्नल लगेगा
शहर के 22 चौराहे-तिराहों पर ऑटोमेटिक ट्रैफिक सिग्नल लगेगा। इस व्यवस्था में जिस सड़क पर ट्रैफिक का दबाव अधिक होगा, वहां ट्रैफिक सिग्नल ग्रीन हो जाएगा। ट्रैफिक दबाव कम होने पर वहां सिग्नल रेड हो जाएगा। यह ऑटोमेटिक काम करेगा।

82 करोड़ की लागत से हल्द्वानी शहर में ये कार्य होंगे

चौराहे-तिराहे के साथ शहर के 35 स्थानों पर स्पीड वायलेंस कैमरे लगेंगे।
शहर में 35 स्थानों में ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडिंग कैमरे लगेंगे।
22 तिराहे-चौराहों पर रेड लाइट वायलेंस कैमरे लगेंगे।
शहर में 200 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे।
50 बस स्टॉप बनने के बाद पैसेंजर इंफॉर्मेशन सिस्टम स्थापित होगा।
शहर में 25 जगह पैनिक बटन लगेंगे।
शहर में तीन जगह अर्ली वार्निंग सिस्टम लगेगा।
इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिए 82 करोड़ की डीपीआर बन चुकी है। एडीबी ने डीपीआर में हामी भर दी है। शासन की हाई पावर कमेटी की बैठक के बाद इसके टेंडर जारी किए जाएंगे।