Uttarakhand News, 12 December 2022: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इंटरनेट मीडिया पर एक बार फिर मुस्लिम यूनिवर्सिटी संबंधी बयान को झूठा बताया। उन्होंने कहा कि यदि मैंने किसी के सामने यह बयान दिया है तो वह अखबार में प्रकाशित मेरा बयान दिखाए। यदि मैंने ऐसा बयान दिया होगा तो मैं राज्य की जनता से माफी मागूंगा और हमेशा के लिए राजनीति छोड़ दूंगा।

पांच लाख रुपये भी देने की बात कही:
उन्होंने अखबार दिखाने वाले को पांच लाख रुपये भी देने की बात कही। उन्होंने कहा कि मैने इससे पहले भी अखबार दिखाने वाले को 50 हजार, फिर एक लाख और फिर तीन लाख रुपये देने की बात कही थी। भाजपा न तो कोई ऐसा अखबार प्रस्तुत कर पाई है और न ही कोई ऐसा व्यक्ति प्रस्तुत कर पाई है, जिससे मैने यह बात कही हो।

अब मेरे पास एक ही विकल्प है कि मैं न्यायिक शरण में जाऊं। मैं पुलिस की शरण में भी गया था। मगर पुलिस जब, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का नाम हो तो अंधी हो जाती है, उनको कुछ दिखाई नहीं देता है और उनसे अपेक्षा भी नहीं करनी चाहिए। मैं अपने आरोप को फिर दोहरा रहा हूं कि भाजपा झूठे लोगों की पार्टी है। मुस्लिम यूनिवर्सिटी के झूठ के गर्भ से वर्तमान धामी सरकार पैदा हुई। हिम्मत है तो मुझ पर मुकदमा करके देखो।

ऋषिकेश को जी-20 के दो कार्यक्रम मिलने से हरदा भी गदगद:
वहीं योगनगरी ऋषिकेश को जी-20 के दो कार्यक्रम मिलने से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी गदगद हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘अच्छी खबर, ऋषिकेश में जी-20 के दो कार्यक्रम होंगे।’ साथ ही कहा कि पहले से ही योग मेलों के कारण अंतरराष्ट्रीय पटल पर जाज्वल्यमान ऋषिकेश अपने इस क्रम को आगे बढ़ाएगा।

पूर्व मुख्यमंत्री हरदा ने कहा कि एक अच्छी बात यह है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राष्ट्रीय पटल पर अच्छी चहल कदमी कर रहे हैं। ये अच्छा लगा। साथ ही राज्य में सड़कों की स्थिति को लेकर तंज कसने से भी नहीं चूके।

हरदा ने अपने ट्वीट में कहा,’धामी जी, उत्तराखंड की सड़कों पर भी चहल कदमी करिए। वहां अब भी गड्ढे हैं। हालत यह है कि खनस्यू-पतलोट और ओखलकांडा के बड़े क्षेत्र को जोडऩे वाला गौलाधार-हैड़ाखान- पतलोट मोटर मार्ग अब भी यातायात के लायक नहीं हो पाया है