Uttarakhand News 09 Jan 2025: देहरादून। मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) देहरादून में उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा परिणाम खराब रहने पर संबंधित विद्यालयों पर कार्रवाई करेंगे। परीक्षा परिणाम सुधारने के उद्देश्य से मुख्य शिक्षा अधिकारी की ओर से लक्ष्य कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। ताकि अधिक से अधिक छात्रों को उस विद्यालय के शिक्षक 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा की विशेष तैयारी करवाएं। इसके बाद भी यदि परीक्षा परिणाम न्यून रहा तो कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

सीईओ कार्यालय ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) के सहयोग से विद्यालयी शिक्षा के गुणवत्ता संवर्द्धन और बोर्ड परीक्षा की तैयारियों के लिए एक विशेष कार्यक्रम लक्ष्य डिजाइन किया है। परिषदीय परीक्षा में देहरादून जिले का परीक्षाफल हाईस्कूल और इंटरमीडिएट दोनों ही स्तरों पर अन्य जनपदों की अपेक्षा कम रहता है, इसे देखते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढौंडियाल ने परीक्षा परिणाम को प्राथमिकता पर रखते हुए यह कार्यक्रम संचालित किया है।

विद्यालयों के पठन-पाठन पर रखी जा रही निगरानी
जनपद के सभी विद्यालयों के साथ व्हाट्सएप के माध्यम से जुड़कर सीधा संवाद किया जा रहा है और बोर्ड परीक्षा की गंभीरता देखते हुए विद्यालयों के पठन-पाठन की निगरानी की जा रही है। अभी इस लक्ष्य की वेबसाइट www.lakshya.org.in पर उत्तराखंड बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश और सैंपल पेपर अपलोड किए गए हैं।

मेर‍िट के ल‍िए बच्‍चों को तैयार करने के न‍िर्देश
वेबसाइट पर विगत वर्षों के हल प्रश्न पत्र और महत्वपूर्ण पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है। मुख्य शिक्षा अधिकारी का लक्ष्य यह भी है कि मेरिट के लिए भी बच्चों को तैयार किया जाए, इसके लिए ऐसे बच्चों का चिन्हीकरण कर उन्हें उचित मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।

व‍िकस‍ित की गई है वेबसाइट
एसजीआइ साफ्टवेयर कंपनी के सहयोग से इस वेबसाइट को विकसित किया गया है। लक्ष्य कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी स्वयं नोडल अधिकारी हैं। देहरादून के मुख्‍य श‍िक्षा अध‍िकारी विनोद कुमार ढौंडियाल ने बताया क‍ि बोर्ड परीक्षा की तैयारियां बेहतर ढंग से हो इसके लिए लक्ष्य कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।

श‍िक्षकों को क‍िया गया न‍िर्देश‍ित
उन्‍होंने बताया क‍ि छात्रों की सुविधा के लिए शिक्षकों के व्हाट्सएप पर पूर्व बोर्ड परीक्षा के हल प्रश्नपत्रों को उपलब्ध कराया जा रहा है। शीतकालीन अवकाश के बाद सभी शिक्षकों को छात्रों की बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटने को लेकर निर्देशित किया गया है। सभी शिक्षकों का लक्ष्य बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम होने देना है।