Uttarakhand News, 30 January 2023: U19 Women T20 World Cup Final: शेफाली वर्मा की कप्तानी वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है. भारतीय टीम ने रविवार को फाइनल में इंग्लैंड को 7 विकेट से धूल चटाकर आईसीसी अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप (ICC U19 Women T20 World Cup 2023) का खिताब अपने नाम कर लिया.

यह किसी भी भारतीय महिला टीम का पहला वैश्विक खिताब है. सीनियर टीम सभी प्रारूपों में तीन मौकों पर विश्व कप के फाइनल में पहुंची लेकिन हर बार खिताब से दूर रह गई थी. 2005 में भारत को ऑस्ट्रेलिया से 98 रन से, 2017 में इंग्लैंड से नौ रन से और 2020 फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से 85 रन से हार मिली.

लेकिन अब शेफाली वर्मा की सेना ने अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है. साउथ अफ़्रीका की धरती पर भारतीय पुरुष टीम ने पहला टी20 विश्व कप जीता था और उसी धरती पर आज इस युवा सेना ने पहला महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप अपने नाम किया.

चार ओवरों के स्पेल में मात्र छह रन देकर दो विकेट लेने वाली तितास साधु को इस फ़ाइनल की प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. वहीं, इंग्लैंड की कप्तान ग्रेस स्क्रिवेंस को अपने हरफनमौला खेल के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड दिया गया.

भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के पोचेफस्ट्रूम स्थित सेनवेस पार्क (Senwes Park, Potchefstroom) में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड को 17.1 ओवर में केवल 68 रन पर ढेर कर दिया और फिर 14 ओवर में 3 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया. सौम्या तिवारी ने नाबाद 24, जी तृषा ने 24 रन और कप्तान शेफाली वर्मा ने 15 रन बनाए.

इससे पहले, शानदार गेंदबाजी के साथ-साथ फिल्डिंग के दम पर भारत ने इंग्लैंड को सिर्फ 68 रन पर ढेर कर दिया. शुक्रवार को सेमीफाइनल में इस्तेमाल की गई पिच पर तेज गेंदबाज तीतस साधु, ऑफ स्पिनर अर्चना देवी और लेग स्पिनर पार्शवी चोपड़ा अपनी लाइन और लेंथ से दो-दो विकेट लेने में सफल रहीं.

भारत की ओर से प्रभावशाली गेंदबाजी प्रदर्शन में कप्तान शेफाली वर्मा, बायें हाथ की स्पिनर मन्नत कश्यप और सोनम यादव ने एक-एक विकेट लिया. वहीं शानदार फिल्डिंग के कारण भारत ने ऑस्ट्रेलिया को मैच में कहीं भी टिकने नहीं दिया.

तीतास ने पारी की चौथी गेंद पर लिबर्टी हीप पवेलियन भेज कर भारत को पहली सफलता दिलाई। तीतस और अर्चना ने चीजों को चुस्त-दुरुस्त रखने के अलावा, भारत अपनी ग्राउंड फील्डिंग में भी तेजी दिखाई. निआह हॉलैंड ने चौथे ओवर में स्क्वायर लेग के माध्यम से अर्चना को बाउंड्री लगाई। लेकिन अगली ही गेंद पर निआह स्कूप करने के चक्कर में आउट हो गईं.

ओवर की आखिरी गेंद पर, अर्चना ने कप्तान ग्रेस स्क्रिवेंस को कैच आउट करा कर इंग्लैंड को एक और तगड़ा झटका दिया. अगर विकेटकीपर ऋचा घोष पांचवें ओवर में तीतस की गेंद पर शून्य पर रेयाना मैकडोनाल्ड गे का कैच नहीं छोड़तीं तो भारत पावरप्ले में अपना चौथा विकेट हासिल कर सकता था.

लेकिन दाएं हाथ की इस तेज गेंदबाज ने सातवें ओवर में इनस्विंगर से सेरेन स्मेल को आउट कर वापसी की. इसके बाद, भारत की गेंदबाजों ने इंग्लैंड की बल्लेबाजों को सांस लेने का समय नहीं दिया और आखिर में 17.1 ओवर में 68 रनों पर ढेर कर दिया.