Uttarakhand News, 12 December 2022: चित्रकूट जिले के बांदा थाना बदौसा (Thana Badausa) के जमुनिहापुरवा निवासी धनेश कुमार श्रीवास्वव की नौ माह की बेटी की रविवार को तबीयत खराब हो गई थी। परिजनों ने अपराह्न करीब ढाई बजे जिला अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डा हरिश्चंद्र अग्रवाल को दिखाया था। हालत गंभीर होने पर उन्होंने बच्ची को भर्ती कर लिया था। बताते हैं कि बच्ची का शाम तक इलाज चला। रात में करीब 10 बजे हालत में सुधार होने पर स्वजन बच्ची को लेकर मंदाकनी रोड ब्रामचार आश्रम के पास घर ले गए।
सोमवार की सुबह बच्ची की फिर तबीयत बिगड़ी तो परिजन लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां पर इमरजेंसी पर रहे डा. संतोष कुमार ने वार्ड ब्वाय अवधेश कुमार से इंजेक्शन लगाया। तभी उसने दम तोड़ दिया। यह देखते ही स्वजन हंगामा करने लगे। उनके बाद इंजेक्शन की शीशी हाथ लगी तो उसमें एक्सपायरी डेट निकल चुकी थी। इसके स्वजन और आक्रोशित हो गए।
दोषी के खिलाफ होगी कार्रवाई:
मामले की जानकारी पर भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश खरे और सांसद प्रतिनिधि शक्ति प्रताप सिंह तोमर पहुंच गए। साथ ही सदर विधायक अनिल प्रधान भी समर्थकों के साथ अस्पताल पहुंचे तो हंगामा और बढ़ गया। कोतवाली प्रभारी अवधेश कुमार मिश्रा फोर्स के साथ पहुंचे और हालत को संभाला। सीएमएस डा सुधीर शर्मा ने फार्मासिस्ट धर्मेंद्र मिश्रा, स्टाफ नर्स कुलदीप कुमार और वार्डव्वाय अवधेश कुमार को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच को कमेटी गठित की गई है। यदि चिकित्सक डा संतोष कुमार भी दोषी मिलते है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
दर्ज हुई रिपोर्ट:
कोतवाली प्रभारी अवधेश कुमार मिश्रा ने बताया कि मासूम के पिता ने इमरजेंसी में रहे चिकित्सक डा संतोष कुमार, स्टाफ नर्स कुलदीप कुमार और वार्ड ब्वाय अवधेश कुमार के खिलाफ तहरीर दी है। एक्सपायरी इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया है। जिसके आधार पर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पिता का आरोप वार्ड ब्वाय ने लगाया एक्सपायरी का इंजेक्शन:
1-बांदा के थाना बदौसा के जमुनिहापुरवा निवासी धनेश कुमार श्रीवास्वव की नौ माह की बेटी की रविवार को तबीयत खराब हो गई थी।
2-स्वजन ने अपराह्न करीब ढाई बजे जिला अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डा हरिश्चंद्र अग्रवाल को दिखाया था। हालत गंभीर होने पर उन्होंने बच्ची को भर्ती कर लिया।
3-बच्ची का शाम तक इलाज चला। रात में करीब 10 बजे हालत में सुधार होने पर स्वजन बच्ची को घर ले गए। सोमवार की सुबह बच्ची की फिर तबीयत बिगड़ी तो स्वजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे।
4-जहां पर वार्ड ब्वाय ने उसे इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगने के कुछ देर बाद ही उसने दम तोड़ दिया। यह देखते ही स्वजन हंगामा करने लगे। उनके हाथ इंजेक्शन की शीशी लगी तो उसमें एक्सपायरी डेट निकल चुकी थी। इससे स्वजन और आक्रोशित हो गए और हंगामा करना शुरु कर दिया।
मामले की जांच को कमेटी गठित:
जिला अस्पताल में हंगामे की सूचना पर भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश खरे और सांसद प्रतिनिधि शक्ति प्रताप सिंह तोमर पहुंच गए। खबर मिलने पर सदर विधायक अनिल प्रधान भी समर्थकों के साथ अस्पताल पहुंचे तो हंगामा और बढ़ गया। कोतवाली प्रभारी अवधेश कुमार मिश्रा फोर्स के साथ पहुंचे और हालत को संभाला। सीएमएस डा सुधीर शर्मा ने फार्मासिस्ट धर्मेंद्र मिश्रा, स्टाफ नर्स कुलदीप कुमार और वार्ड व्वाय अवधेश कुमार को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच को कमेटी गठित की गई है। यदि चिकित्सक भी दोषी मिलते है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।