Uttarakhand News, 17 February 2023: 62 सालों के लंबे इंतजार के बाद गुरुवार को गुजरात की पहली महिला चीफ जस्टिस मिल गई। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने एक समारोह में गुजरात हाईकोर्ट की सबसे वरिष्ठ न्यायमूर्ति सोनिया गिरिधर गोकानी को शपथ दिलाई। गोकानी इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला जज हैं। न्यायमूर्ति गोकानी की नियुक्ति को केंद्र ने 12 फरवरी को मंजूरी दी थी और वह 13 फरवरी से मुख्य न्यायाधीश (नामित) के रूप में सेवा दे रही थीं। उनकी नियुक्ति न्यायमूर्ति अरविंद कुमार को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किए जाने के बाद हुई है।
न्यायमूर्ति वह 25 फरवरी को अपनी सेवानिवृत्ति से कुछ ही दिन पहले उच्च न्यायालय में इस पद पर पदोन्नत होने वाली पहली महिला न्यायाधीश हैं। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने गांधीनगर में राजभवन में न्यायमूर्ति गोकानी को पद की शपथ दिलाई। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी, उच्चतम न्यायालय की न्यायाधीश न्यायमूर्ति बेला त्रिवेदी, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्य के कानून एवं न्याय मंत्री ऋषिकेश पटेल मौजूद थे।
28 साल का लंबा करियर
गुजरात उच्च न्यायालय के 28वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेने वाली न्यायमूर्ति गोकानी 25 फरवरी को सेवानिवृत्त होंगी और उनका कार्यकाल सबसे छोटा होगा। गुजरात के जामनगर में 26 फरवरी 1961 को जन्मी गोकानी को 17 फरवरी, 2011 को गुजरात उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और 28 जनवरी, 2013 को वह स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुईं। वह 10 जुलाई, 1995 को अहमदाबाद में शहर के दीवानी और सत्र न्यायालय में एक न्यायाधीश के रूप में सीधे न्यायपालिका में शामिल हुईं और कई दीवानी और आपराधिक मामलों की सुनवाई की।
देसाई दूसरे सबसे सीनियर जज
सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम ने जस्टिस गोकानी का नाम की सिफारिश की थी। सुप्रीम कोर्ट ने वरिष्ठता के लिहाज से गोकानी का नाम तय किया था। गोकानी के बाद गुजरात हाईकोर्ट में जस्टिस ए जे देसाई दूसरे सबसे सीनियर जज हैं। उनके बाद जस्टिस एन वी अंजारिया का नाम है। अब देखना है यह कि 25 फरवरी से सुप्रीम कोर्ट की कोजियम किस नाम चीफ जस्टिस के लिए भेजती है।