Uttarakhand News, 22 July 2023: काशीपुर में शनिवार सुबह श्रमिकों से भरी बस अचानक पलट गई। बस पलटने की वजह से एक श्रमिक की मौत हो गई। जबकि, 28 से अधिक श्रमिकों के गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सूचना पर तहसीलदार और पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया तो साथ ही घायलों को एलडी भट्टी सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। जहां पर घायलों का उपचार चल रहा है। गंभीर रूप से कुछ घायलों ने अलग-अलग निजी अस्पतालों के लिए रेफर करा लिया है। हालांकि, बस पलटने का कारण ड्राइवर को नींद आने की वजह से अनियंत्रित होने पलटने का कारण बताया जा रहा है। हादसे की जांच करने के लिए पुलिस जुट गई है।

रामनगर से श्रमिकों को बैठाते हुए फैक्ट्री को आ रही थी बस: रामनगर रोड स्थित शिवांगी उर्फ एसपीएनजी काशी विश्वनाथ टेक्सटाइल कंपनी है। जिसमें हजारों की संख्या में श्रमिक काम करते हैं। श्रमिकों को उनके घर से रिसीव करके उन्हें वापस छोड़ने के लिए कंपनी द्वारा बस चलाई गया है।

शनिवार सुबह शिवांगी कंपनी की बस यूके 04 सीए 0137 का चालक रामनगर से श्रमिकों को बैठाते हुए काशीपुर की तरफ फैक्ट्री को आ रहा था। इस दौरान रामनगर रोड स्थित धनौरी पट्टी गांव के पास सुबह लगभग 6:45 बजे बस अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमें सवार करीब 45 से अधिक श्रमिक घायल हो गए। इसमें गौशाला मोड़ सैनिक कालोनी निवासी 30 वर्षीय सनी पुत्र शंकर प्रसाद की मौत हो गई। जबकि, अन्य करीब 28 से अधिक गंभीर रूप से घायल हो गए।

सूचना पर पहुंचे तहसीलदार युसुफ अली ने घायलों को अस्पताल भेजवाया। जहां पर उनका इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है जो बस फैक्ट्री में चलाई जा रही है वह समर स्टडी स्कूल की है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि इस प्रकार की मनमानी पर संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा लगाम कब लगाई जाएगी। बस में महिला श्रमिक भी सवार थीं।

घायल श्रमिकों ने बताया कि 14 हजार रुपये मासिक वेतन में 12 घंटे की ड्यूटी कराई जा रहा है। जिन श्रमिकों के साथ हादसा हुआ है वह सुबह सात से शाम सात बजे वाली शिफ्ट में अपनी ड्यूटी करते हैं। आरोप है कि जब श्रमिक वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर विरोध करते हैं तो उन्हें कंपनी से निकाल दिए जाने की धमकी दी जाती है।
यह हैं गंभीर रूप से घायल : श्रमिकों से भरी बस में ज्यादातर महिला श्रमिक सवार थीं। जिसमें घायल रुखसाना पत्नी नवाब जान निवासी प्रतापपुर, मीनू पत्नी उदल सिंह निवासी चिलकिया, बसंती पत्नी रवि सिंह निवासी चिलकाना, मीना पत्नी आलम सिंह रावत, पूजा पत्नी महेंद्र सिंह, हरदुआ पत्नी विकास निवासी हिम्मतपुर, अर्चना पत्नी जितेंद्र कुमार निवासी तिरुमला, सत्येंद्र पुत्र चंचल सिंह निवासी पीरूमदारा, चंद्रपाल पुत्र महिपाल निवासी पीरूमदारा, सुनीता पत्नी राजेंद्र निवासी रामनगर, भगवती पुत्री सुरेश निवासी चिल्किया टांडा आदि गंभीर रूप से घायल हैं। जिनका अलग-अलग सरकार अस्पतालों में इलाज चल रहा है।