Uttarakhand News, 07 August 2023: कोटद्वारः उत्तराखंड में मॉनसून की बौछार सबको भिगो रही है. साथ ही भारी तबाही भी मचा रही है. कोटद्वार में भी पनियाली नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. पनियाली नदी ने कौड़िया पुल के साथ ही विक्टोरिया क्रॉस गब्बर सिंह कैंप को भारी क्षति पहुंचाई है. सेना कैंप का मुख्य गेट भी ध्वस्त हो गया है. साथ ही काशीरामपुर तल्ला पैदल मार्ग भी बह गया है. इससे लोगों के सामने आवाजाही करने में परेशानी खड़ी हो गई है.
सेना कैंप का मेन गेट ध्वस्त: बता दें कि बीती 28 जुलाई की रात को पनियाली नदी के उफान में कौड़िया में बना पुल धंस गया था. इस बार पुल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. कौड़िया पार्षद सुभाष पांडेय ने बताया कि बीती रात करीब 1 से 2 बजे के बीच पनियाली नदी का जलस्तर बढ़ गया था. जिसकी चपेट में कौड़िया स्थित सेना कैंप का मुख्य गेट और काशीरामपुर जाने वाले मार्ग आ गया.
पनियाली नदी के चपेट में आया कौड़िया पुल: वहीं, नदी के उफान में कौड़िया पुल जमींदोज हो गया है. साथ ही सेना का लैंसडाउन छावनी पैदल मार्ग भी तबाह हो गया. इसके अलावा काशीरामपुर तल्ला पैदल मार्ग भी नदी के तेज बहाव में बह गया है. ऐसे में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पनियाली नदी का पानी कौड़िया के निचले रिहायशी इलाकों तक पहुंचा. यहां भी नदी ने भारी क्षति पहुंचाई है.
कोटद्वार अग्निवीर भर्ती रैली पर पड़ सकता है असरः कोटद्वार स्थित कौड़िया पुल ध्वस्त होने से 1 सितंबर से शुरू होने जा रही गढ़वाल मंडल की अग्निवीर सेना भर्ती रैली प्रभावित हो सकती है. दरअसल, गढ़वाल मंडल की अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर की भर्ती विक्टोरिया क्रॉस विजेता गब्बर सिंह सेना कैंप कौड़िया में 1 सितंबर से 10 सितंबर को प्रस्तावित है. अगर पनियाली नदी फिर से तबाही मचाती है तो भर्ती रैली पर असर पड़ सकता है.
कौड़िया पार्षद सुभाष पांडेय का कहना है कि इससे पहले भी कोटद्वार तहसील प्रशासन को कौड़िया पुल के पिलरों की क्षतिग्रस्त होने की लिखित सूचना दे दी गई थी. कौड़िया पुल जमींदोज होने से सेना कैंप का संपर्क टूट गया है. ऐसे में कैंप में ट्रेनिंग ले रहे जवानों को काफी कठिनाई हो रही है. पनियाली का नदी का पूरा वेग सेना कैंप की ओर मुड़ गया है. अगर भारी बारिश हुई तो नदी का पूरा पानी सेना कैंप में जा सकता है.