Uttaranchal News 15 November 2023 अल्मोड़ा : इंडिया टीम के पूर्व कप्तान क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी अपनी पत्नी साक्षी धोनी व बेटी जीवा के साथ बुधवार को अपने गांव ल्वाली अल्मोड़ा पहुंच गये हैं। गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। महेंद्र सिंह धोनी व उनकी पत्नी ने गांव में मंदिरों में ईष्ट देव की पूजा अर्चना की।

आज दोपहर करीब 11 बजे महेंद्र सिंह धोनी गांव पहुंचे। उनके गांव पहुंचने पर ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। ग्रामीणों ने गांव की सड़क में धोनी व उनकी पत्नी का स्वागत किया। जिसके बाद धोनी ग्रामीणों के साथ अपने पैतृक आवास पहुंचे। बताया जा रहा है कि वह अगले 5 दिन यहीं रहेंगे और यहीं अपनी पत्नी साक्षी का जन्मदिन भी मनायेंगे।

ग्राम प्रधान दिनेश सिंह धोनी ने बताया कि महेंद्र सिंह धोनी व उनकी पत्नी साक्षी गांव पहुंचे है। उन्होंने गांव के हरज्यू मंदिर में पूजा अर्चना की। फिलहाल वह दूसरे मंदिर में पूजा अर्चना कर रहे है।ग्राम प्रधान दिनेश सिंह धोनी ने यह भी बताया कि महेंद्र सिंह धोनी इससे पहले अपने परिजनों के साथ 2003 में गांव आए थे। 20 साल बाद वह दोबारा गांव आए है। उन्होंने बताया कि इस दौरान ग्रामीणों की धोनी से काफी मुद्दों पर बातचीत भी हुई।
महेंद्र सिंह धोनी व उनकी पत्नी के गांव पहुंचने पर ग्रामीणों में हर्ष का माहौल है। ग्रामीणों व युवाओं ने उनके साथ जमकर तस्वीरें खींची। बताया गया है कि वह बीती रात नाटाडोल में एक होमस्टे में ठहरे हुए थे।

जानकारी के अनुसार पूर्व भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी अपनी पत्नी साक्षी, बेटी जीवा और कुछ खास दोस्तों के साथ मंगलवार सुबह इंडिगो की फ्लाइट से पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने परिवार के साथ एयरपोर्ट पर करीब आधा घंटे का समय बिताया। इस दौरान उन्होंने एयरपोर्ट कर्मियों के साथ फोटो भी खिंचवाई। बाद में कार से नैनीताल स्थित विश्व प्रसिद्ध बाबा श्री नीब करौरी महाराज के के दर्शनों के लिए नैनीताल जनपद स्थित कैंची धाम पहुंचे।

किंतु यहां अत्यधिक भीड़ को देखते हुये अल्मोड़ा की ओर आगे बढ़ गये। हालांकि उनके नैनीताल स्थित मेस आर्मी गेस्ट हाउस में रुकने की भी चर्चायें हैं, लेकिन पुष्टि नहीं हो रही है।

गौरतलब है कि धौनी के उत्तराखंउ आने का खुलासा उनकी पत्नी साक्षी धौनी द्वारा संभवतया रानीबाग के पास से नैनीताल, रानीखेत व भीमताल की दूरियां लिखे बोर्ड का फोटो डालने से हुआ। हालांकि बाद में उनकी पंतनगर एयरपोर्ट की तस्वीर भी सामने आयी। अलबत्ता उनके बारे में पूरी तरह से पुख्ता कोई सूचना नहीं है।

अल्मोड़ा एवं नैनीताल जनपद की पुलिस भी उनके बारे में मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार कयास लगा रही है। नैनीताल की तल्लीताल, भवाली, अल्मोड़ा व लमगड़ा पुलिस खबरों पर ही नजर रखे हुये हैं, और उनके दौरे को निजी दौरा बताते हुये उनके बारे में किसी भी जानकारी से पूरी तरह से इंकार कर रही है।

बताया गया है कि 20 नवंबर को इंडिगो की फ्लाइट से धौनी की परिवारा सहित वापसी की टिकट बुक है। इस दौरान धोनी की पत्नी साक्षी का 19 नवंबर को जन्मदिन है। माना जा रहा है कि धोनी ने पत्नी का जन्मदिन मनाने के लिए उत्तराखंड को चुना है।

उल्लेखनीय है कि कि धोनी का पैतृक गांव अल्मोड़ा में है। उनके पिता पान सिंह 40 साल पहले अपना पैतृक गांव छोड़ रोजगार के लिए रांची चले गए और तब से वहीं रहते हैं। हालांकि पान सिंह धार्मिक आयोजनों में गांव में आते हैं। धोनी को यज्ञोपवीत संस्कार पैतृक गांव ल्वाली में ही हुआ। अलबत्ता अब धोनी के चाचा घनपत सिंह भी गांव में नहीं रहते हैं। वह भी चार वर्ष पूर्व गांव से पलायन कर हल्द्वानी बस गए हैं। धौनी का परिवार इससे पहले वर्ष 2004 में गांव आया था।