Uttarakhand News, 19 June 2023: आदिपुरुष फिल्म पर बवाल जारी है. आदिपुरुष में दिखाए गए संवादों को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इसी बीच फिल्म के राइटर मनोज मुंतशिर ने मुंबई पुलिस से सुरक्षा मांगी है. बताया जा रहा है कि मनोज मुंतशिर ने बवाल के बीच खुद को खतरे की आशंका जताई है. मुंबई पुलिस मुंतशिर की अर्जी पर विचार करने के बाद सुरक्षा मुहैया करवाने पर फैसला लेगी.
दरअसल, प्रभास, कृति सेनन और सैफ अली खान स्टारर फिल्म आदिपुरुष शुक्रवार यानी 16 जून को रिलीज हुई थी. फिल्म इन दिनों हर तरफ चर्चा में है. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल तो मचा रही है. लेकिन आदिपुरुष में दिखाए गए संवादों को लेकर देशभर में इसका विरोध भी हो रहा है. फिल्म पर बैन लगाने की भी मांग उठ रही है. रामायण पर बेस्ड इस फिल्म के डायरेक्टर ओम राउत हैं.
फिल्म के इन डायलॉग को लेकर हो रहा विरोध
1- सीता से मिलने के बाद हनुमान को जब लंका में राक्षस पकड़ लेते हैं, तो मेघनाथ उनकी पूंछ में आग लगाने के बाद पूछता है, जली. इसके जवाब में हनुमान कहते ”तेल तेरे बाप का. कपड़ा तेरे बाप का. और जलेगी भी तेरे बाप की.”
2- हनुमान जब लंका में जाते हैं, तो एक राक्षस उन्हें देख लेता है और पूछता है, ”ये लंका क्या तेरी बुआ का बगीचा है, जो हवा खाने चला आया.”
3- जब हनुमान लंका से लौटकर आते हैं और राम उनसे पूछते हैं कि क्या हुआ? इसके जवाब में हनुमान कहते हैं- बोल दिया, जो हमारी बहनों को हाथ लगाएंगे, उनकी लंका लगा देंगे.
4- लक्ष्मण पर वार करते हुए इन्द्रजीत एक जगह कहता है, ”मेरे एक सपोले ने तुम्हारे इस शेष नाग को लंबा कर दिया. अभी तो पूरा पिटारा भरा पड़ा है.” इसके अलावा भी दर्शकों ने कुछ संवादों और भगवान राम, सीता, हनुमान और रावण की वेशभूषा पर भी आपत्ति जताई है.
फिल्म को बैन करने की हो रही मांग
आदिपुरुष फिल्म का देशभर में विरोध हो रहा है. फिल्म निर्माताओं पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लग रहा है. संत समाज भी खुलकर फिल्म के विरोध में आ गया है और बैन लगाने की मांग कर रहा है. इतना ही नहीं बीजेपी समेत तमाम राजनीतिक दलों के नेता भी फिल्म का विरोध कर रहे हैं और इस पर बैन लगाने की मांग कर रहे हैं. इस पर केंद्र सरकार की ओर से भी सख्त टिप्पणी सामने आई है. केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि किसी को भावनाओं को ठेस पहुंचाने की इजाजत नहीं है.
डायलॉग्स में होगा बदलाव
मनोज मुंतशिर ने कहा, उन्होंने फिल्म के डायलॉग को इस अंदाज में इसलिए लिखा था ताकि बच्चे इससे कनेक्ट कर पाएं, समझ पाएं. मनोज ने कहा, ‘फिल्म में सिर्फ 5 डायलॉग हैं. एक फिल्म 4000 हजार डायलॉग से मिलकर बनती है. अगर 5 डायलॉग को पसंद नहीं किया गया तो 3995 डायलॉग को पसंद भी किया गया है. 4000 में से 5 बदलने से कुछ नहीं होगा. जो आपत्तिजनक शब्द हैं, जिनसे जनता को दिक्कत है हम बस उन्हें बदल देंगे.