Uttarakhand News 16 Aug 2024: पहाड़ से लेकर मैदान तक इन दिनों सांप के काटने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। स्नैक एंटी वेनम नहीं मिलने के कारण अधिकतर मामलों में लोगों को जान गंवानी पड़ती है। अब वन विभाग अब सांप के काटने पर लोगों का तुरंत इलाज कराएगा।

वन विभाग अब सांप के काटने पर लोगों का तुरंत इलाज कराएगा। विभाग की ओर से रेंजर्स कार्यालय और वन चौकियों में स्नेक एंटी वेनम इंजेक्शन रखी जाएंगी। सांप के काटने पर वनकर्मी तुरंत व्यक्ति को इंजेक्शन लगाएंगे। इसके लिए वनकर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

पहाड़ से लेकर मैदान तक इन दिनों सांप के काटने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। स्नैक एंटी वेनम नहीं मिलने के कारण अधिकतर मामलों में लोगों को जान गंवानी पड़ती है। अधिकतर मौतें सांप के जहर से कम डर के कारण हार्ट अटैक से ज्यादा होती हैं। सांप के काटने के बाद लोगों के तात्कालिक इलाज के लिए योजना बनाई गई है। वन विभाग तराई सेंट्रल वन रेंज, हल्द्वानी, तराई पश्चिमी, रामनगर, पूर्वी, पश्चिमी वन रेंजों के अंतर्गत जहां सांप के काटने के अधिक मामले आते हैं वहां के वन रेंजर्स कार्यालय, वन चौकियों में स्नैक एंटी वेनम इंजेक्शन रखे जाएंगे। किसी व्यक्ति के सांप के काटने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर इंजेक्शन लगाएगी। इसके बाद सांप के काटने से घायल हुए व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जाएगा।

जून से अब तक 60 मामले
कुमाऊं के सबसे बड़े रेफरल सेंटर एसटीएच में 15 जून से अब तक पूरे कुमाऊं से सांप के काटने के 150 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। मैदानी क्षेत्रों से 70 से अधिक मामले आए हैं। सांप के काटने के कारण 10 लोगों की मौत हो चुकी है।

सांप और मगरमच्छ के रेस्क्यू करने का देगा प्रशिक्षण
वन विभाग वनकर्मियों को तराई क्षेत्र में सांप और मगरमच्छ पकड़ने का प्रशिक्षण देगा। जल्द नंधौर, टनकपुर, भाकड़ा, पीपलपड़ाव, कोज, गदगदिया, बरहैनी, रुद्रपुर, गौला रेंज, डौली, किच्छा सहित कई अन्य स्थानों पर 50 से अधिक वनकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

सांप के काटने के बाद लोगों को तुरंत इलाज दिलाया जाएगा। इसके अलावा वन रेंजर्स कार्यालय और वन चौकियों में स्नैक एंटी वेनम रखी जाएगी। वैक्सीन लगाने के लिए वनकर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
-धीरज पांडे, मुख्य वन संरक्ष हल्द्वानी