Uttarakhand News, 07 August 2023: हल्द्वानी: नैनीताल की मेट्रोपोल शत्रु संपत्ति पर अतिक्रमण हटाए जाने के बाद जिले की अन्य शत्रु संपत्तियों में भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तेज हो गई है. जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि जिले में पांच शत्रु संपत्ति हैं, जिनमें एक में कार्रवाई हुई है. अन्य चार में कार्रवाई होनी बाकी है. उन्होंने कहा कि शत्रु संपत्ति को लेकर कागजी कार्रवाई के साथ न्यायिक प्रक्रिया चल रही है. चार अन्य शत्रु संपत्तियों में दो शत्रु संपत्ति हल्द्वानी जबकि दो नैनीताल शहर में अभी भी हैं.

जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि इन शत्रु संपत्तियों पर लोगों का कब्जा है. संपत्ति को खाली कराने के लिए विधिक कार्रवाई की जा रही है. जैसे ही वैधानिक कार्रवाई पूर्ण होगी, उसके बाद तत्काल अतिक्रमण हटाया जाएगा. बता दें कि नैनीताल जिले में शत्रु संपत्ति पर अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर प्रशासन सख्त है. प्रशासन ने कार्रवाई कर ये जता दिया है कि वो अतिक्रमण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा. प्रशासन का कहना है कि उनकी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.

क्या होती है शत्रु संपत्ति: शत्रु संपत्ति का सीधा मतलब है दुश्मन की संपत्ति फर्क बस इतना है कि वो दुश्मन किसी व्यक्ति का नहीं बल्कि दूसरे मुल्क का है. जैसे भारत-पाकिस्तान के बंटवारे में जो लोग पाकिस्तान चले गए, वो जमीन, घर- मकान, हवेलियां-कोठियां, कंपनियां वगैरह-वगैरह सब छोड़ कर चले गए थे. जिसे बाद उन पर सरकार ने अपना कब्जा कर लिया था. जिसे आज शत्रु संपत्ति के नाम से जाना जाता है.