Uttaranchal News, 5 नवंबर 2022: देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय (Doon Medical College Hospital) में डेंगू चिकनगुनिया के मरीजों (dengue chikungunya patient) के साथ ही बुखार के मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है. अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में प्रतिदिन बुखार के डेढ़ सौ से अधिक मरीज आ रहे हैं. इनमें से कई मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत भी आ रही है. इन सबके बीच ऐसे मरीज भी मिल रहे हैं जिनके डेंगू चिकनगुनिया जैसे लक्षण तो हैं, लेकिन जांच में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है.
हालांकि बुखार ठीक होने के बाद भी ऐसे मरीज हाथ पांव जोड़ों में दर्द की शिकायत कर रहे हैं. डॉक्टर इसे फ्लू बता रहे हैं. अस्पताल के फिजिशियन डॉक्टर अमरजीत कौल के मुताबिक चिकनगुनिया और डेंगू में रिकवरी फेस प्रोलांग्ड होता है. क्योंकि जिस मरीज की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है, वह मरीज डेढ़ से दो हफ्ते के भीतर रिकवर हो रहा है. उन्होंने बताया कि लेकिन उस मरीज के हाथ, पांव और जोड़ों में ऐठन और कमर में दर्द बना रहता है. इस प्रकार के मरीजों को पेन किलर रिकमेंड नहीं किया जा रहा है, लेकिन जो मरीज पैरासिटामोल सुबह और शाम डोज ले रहे हैं तो इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं.
उन्होंने बताया कि हार्ट या फिर किसी मरीज में कोई कंट्राडिक्शन नहीं है तो फिर बुखार के मरीजों को हाइड्रेशन पर ध्यान देने के साथ डेढ़ से दो लीटर पानी रोजाना पीना चाहिए. इसके साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों के मुताबिक बुखार के मरीज मल्टीविटामिन की डोज भी ले सकते हैं. इसके अलावा खानपान घर का ही होना चाहिए. चिकित्सकों के मुताबिक बुखार के मरीजों को रिकवरी में समय जरूर लग रहा है.