Uttarakhand News, 5 अक्तूबर 2022 देहरादून: उत्तराखंड परिवहन निगम (रोडवेज) से कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाए जाने की चर्चाएं जोरों पर थी। लेकिन, अब 70 कर्मचारियों को नौकरी से जबरन रिटायर करने का आदेश जारी कर दिया गया है। आदेश के अनुसार इन सभी कर्मचारियों को 90 दिन के बाद रिटायर मान लिया जाएगा।
रोडवेज में 70 ड्राइवर-कंडक्टरों का नौकरी से हटना तय हो गया है। प्रबंधन ने सभी को जबरन रिटायर का नोटिस थमा दिया है। कर्मचारियों को 90 को दिन बाद सेवानिवृत्त समझा जाएगा।
दरअसल, यह कार्रवाई कर्मचारियों के रोडवेज प्रबंधन को दिए हलफनामे के बाद ही की गई है। निगम के 84 कर्मचारियों ने खुद को अक्षम करार देकर निगम कार्यालय में अटैच करा रखा था। अब इनमें से 14 कर्मचारियों को निगम ने बरकरार रखा है। जबकि, 70 कर्मचारियों को जबरन रिटायर करने का फैसला लिया है।
जिन्हें 90 दिन बाद रिटायर समझा जाएगा। इससे रोडवेज के कर्मचारी संगठनों में आक्रोश है। उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेश महामंत्री अशोक चौधरी का कहना है कि अक्षम कर्मचारियों को जबरन रिटायर करना उचित नहीं है। कहा कि रोडवेज में 500 ऐसे कर्मचारी हैं, जो अपने पद के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं।