Uttarakhand News 27 July 2024: पंतनगर में इंस्पेक्टर के अश्लील ऑडियो मामले की पीड़िता और उसकी बहन ने पूर्व विधायक राजेश शुक्ला पर भाजपा कार्यकर्ता को बचाने के लिए उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। दोनों बहनों का कहना है कि पिछले साल दूसरे पक्ष के यादव परिवार की लड़की ने खुदकुशी निजी वजहों से कर ली थी लेकिन विधायक इसके लिए हम लोगों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं जो गलत है। दोनों बहनों का तो यहां तक कहना है कि अगर न्याय नहीं मिला तो जान देने के अलावा उनके पास कोई रास्ता नहीं है।

शुक्रवार को सिटी क्लब में पत्रकार वार्ता में दोनों बहनों ने बताया कि वर्ष 2018 में पड़ोसी परिवार से विवाद के बाद मुकदमा दर्ज हुआ था। वर्ष 2019 और 2021 में उनके परिवार पर झूठे आरोप लगाए गए थे, जो जांच में गलत पाए गए। वर्ष 2023 में विपक्षी परिवार की लड़की ने खुदकुशी कर ली थी लेकिन परिजनों ने उसकी जान देने की असल वजह पुलिस से छिपा ली। आरोप लगाया कि पूर्व विधायक के दबाव में आकर पुलिस ने बिना जांच किए उसके पिता और एक बहन को जेल भेज दिया था। लड़की से दुष्कर्म की बात गलत है और सुसाइड नोट भी सोची समझी साजिश के तहत तैयार किया गया था।

पूर्व विधायक अश्लील ऑडियो मामले में आरोपी इंस्पेक्टर को बचाने के लिए बहन को गलत साबित करने में जुटे है। जून में विपक्षी परिवार के लोगों ने घर पर घुसकर मारपीट भी की थी। इस मामले में नामजद परिवार का दामाद पूर्व विधायक का करीबी है जिसे बचाने के लिए समझौते का दबाव बनाया जा रहा है। बेटी से दुष्कर्म और अनुसूचित जाति का होने के मामले की जांच कराई जानी चाहिए। कहा कि तीन जुलाई को दर्ज हुआ केस में हल्की धाराएं लगाई गई हैं। उनके पिता को आधा वेतन मिलना था, वो भी पूर्व विधायक की वजह से नहीं मिल पा रहा है।

सारे आरोप बेबुनियाद है। इस परिवार के लोगों की वजह से लड़की ने जान दी थी। इंस्पेक्टर के ऑडियो की आड़ में इन लोगों ने मृतका के परिवार पर ही मुकदमा दर्ज करा दिया था। ऑडियो सामने आने पर एसएसपी से मिलकर इंस्पेक्टर पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी। मुझपर लगाए जा रहे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं जिसके पीछे किच्छा विधायक हैं।

  • राजेश शुक्ला, पूर्व विधायक, किच्छा।

पंतनगर मामले को लेकर जो रुद्रपुर प्रेस वार्ता हुई है उसमें उनका हाथ नहीं है। इसके जिम्मेदार खुद राजेश शुक्ला है। एक परिवार को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है और परिवार की लड़कियों ने आज आपबीती बताई है। अगर शुक्ला पुलिस को दबाव में लेकर परिवार पर एकपक्षीय कार्यवाही नहीं कराते तो आज ये स्थिति नहीं आती। शुक्ला ने ओबीसी परिवार को दलित कहकर झूठ बोलने का काम किया। इतने साल से एक तरफा कार्यवाही की प्रताड़ना झेल रहे परिवार की बेटियों ने अपना दर्द रखा है।