उत्तराखंड/देहरादून: अपने बच्चों को एक अनुशासित शिक्षा देने के लिए सभी अभिभावक रक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित सैनिक स्कूल या सैनिक स्कूल सोसाइटी में प्रवेश दिलाना चाहते हैं। आपको बता दें कि इसके अंतर्गत भारतीय सेनाओं के लिए सैनिक या अफसर तैयार होते है जो आगे चलकर किसी भी भारतीय सेना में अपना योगदान देते है। अगर सीधी बात करें तो सैनिक स्कूल का एक बड़ा उद्देश्य रक्षा अकादमियों के लिए बेतरीन सैनिक तैयार करना होता है। अगर बात करें उत्तराखंड सैन्य बाहुल्य क्षेत्र की जहां हर परिवार का हर युवा सेना में जाने के लिए लालायित रहता है, वहां सैनिक स्कूल का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। इसी के चलते राज्य में गढ़वाल मंडल में देहरादून और कुमाऊं मंडल में रुद्रपुर में सैनिक स्कूल खुलेंगे। मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू की अध्यक्षता में हुई बैठक में इन प्रस्तावों में मोहर लगी है। जल्द शासन केंद्र को प्रस्ताव भेजेंगे, उत्तराखंड में अभी एकमात्र सैनिक स्कूल है। शिक्षा सचिव रविनाथ रमन ने देहरादून में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय और रुद्रपुर में एएन झां इंटर कॉलेज को सैनिक स्कूल के रूप में चलाने का प्रस्ताव है जिसको केंद्र को मंजूरी के लिए भेजा जा रहा है।

शिक्षा सचिव के मुताबिक केंद्र सरकार ने देश भर में 100 सैनिक स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। इसके लिए राज्यों को मानक पूरे करने वाले स्कूलों का प्रस्ताव मांगे गए थे उत्तराखंड में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय देहरादून और इंटर कॉलेज रुद्रपुर सैनिक स्कूलों के लिए तकरीबन सभी मानकों को पूरा कर रहे हैं। लिहाजा दोनों स्कूलों के प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा जा रहा है राज्य में अभी एकमात्र सैनिक स्कूल घोड़ाखाल में है जिसका पूरा संचालन रक्षा मंत्रालय करता है।