Shardiya Navratri 2022: मां दुर्गा की उपासना का महापर्व शारदीय नवरात्र आज से शुरू हो गया है. पहले दिन देवी के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की जा रही है. नवरात्रि के पहले दिन उत्तराखंड के विभिन्न मंदिरों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की कतारें लगी हुई हैं. इसको लेकर भक्तों में उत्साह बना हुआ है। नवरात्रि के पूरे नौ दिन देवभूमि उत्तराखंड के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा करने के लिए लगी रहेगी।
वहीं, घटस्थापना के साथ शुरू हुए नवरात्रि के मौके पर मंदिरों में सुबह से ही भीड़ उमड़नी शुरू हो गई थी। मां पूर्णागिरी धाम और मंसा देवी मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर मां का आशीर्वाद लिया।
शारदीय नवरात्र के मौके पर चारधाम की रक्षक धारी देवी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है. रोशनी में मंदिर की आलौकिक रूप सामने आ रहा है. वहीं, नवरात्र के मौके पर मां धारी देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है. भक्त मां आदिशक्ति के दर्शन के लिए दूर-दूर से पहुंच रहे हैं.
भारतीय प्राच्य विद्या सोसाइटी के ज्योतिष प्रतीक मिश्रपुरी ने बताया कि इस साल शारदीय नवरात्र पर शुक्ल व ब्रह्म योग का अद्भुत संयोग बना। आज नवरात्र के पहले दिन सर्वार्थसिद्धि योग, यायीजय योग और शुक्ल योग सुबह 10 बजकर 12 मिनट तक रहा।
इसके बाद ब्रह्म योग शुरू हो गया है। जो कि मंगलवार 27 सितंबर को सुबह 8.45 तक रहेगा। शुक्ल व ब्रह्म योग में पूजा करना शुभ व फलदायी माना गया है। वहीं, 30 और 31 को रवि योग के अलावा सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है।
दो अक्तूबर सर्वार्थ सिद्धि योग और सौभाग्य योग बन रहा है। कहा जाता है कि इस योग में मां भगवती की पूजा-अर्चना करना सबसे ज्यादा फलदायी साबित होता है। दो अक्तूबर को संध्या छह बजे तक सौभाग्य नामक योग बन रहा है। वहीं, 3 अक्तूबर को अष्टमी को शोभन योग दोपहर 3: 41 तक है। पांच अक्तूबर को सुकर्मा नामक योग बन रहा है।