Uttarakhand news, 15 November 2022 : दिल्ली के महरौली में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। युवक आफताब अमीन पूनावाला(28) ने सहमति संबंधों में रह रही युवती श्रृद्धा वाकर(26) की हत्या कर उसके शव के करीब 35 टुकड़े कर दिए। उसने शव के टुकड़े घर के बाथरूम में किए और टुकड़ों को धोकर पॉलिथीन में पैक कर फ्रीज में रख दिया। वह पिट्टू बैग में शव एक टुकड़े को रखता था और जंगल में फेंक कर आता। इस तरह वह करीब 22 दिन शव के टुकड़ों को फेंकता रहा। वह 22 दिनों तक शव के साथ घर में रहा। वह हर रात दो बजे टुकड़ों को महरौली के जंगलों में फेंकने जाता था। महरौली पुलिस ने करीब छह महीने बाद जब आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है तो उसने ये सनसनीखेज खुलासा किया। आरोपी आफताब अमीन पूनावाला युवती श्रद्धा वाकर के शव के दो दिन तक टुकड़े करता रहा। उसने एक दिन शव को बाथरूम में रखा। दूसरे दिन से उसने श्रद्धा के शव के टुकड़े करने शुरू किए थे।
ये खुलासा महरौली पुलिस की गिरफ्त में मौजूद आफताब ने पूछताछ में किया है। पुलिस देर रात आफताब को साथ लेकर मृतका के शव के टुकड़े बरामद करने में लगी हुई है। पुलिस उसकी निशानदेही पर चापर आदि को बरामद करने का प्रयास चल रहा है।
दक्षिण जिले के पुलिस अधिकारी ने बताया :
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आफताब व श्रद्धा ने छतरपुर में 15 मई को किराए पर कमरा लिया था। इसने 18 मई को श्रृद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद वह घबरा गया। इसके बाद उसे विदेशी क्राइम सीरियल डेक्स्टर की याद आई है। आरोपी बचपन में ये सीरियल देखा करता था। उसने 18 मई को श्रद्धा के शव को बाथरूम में रख दिया। अगले दिन वह बाजार गया और बड़ा वाला फ्रिज, चापड़, पाउडर, फ्रेशनर और अन्य सामान लेकर आया। अगले दिन यानि 19 मई को उसने श्रद्धा के शव के टुकड़े करने शुरू किए। उसने सबसे पहले उसके हाथ व पैर काटे। इसके बाद वह दो दिन तक शव के टुकड़े करता। टुकड़े को धोता और पोछकर बोरिक पाउडर लगाता। इसके बाद वह पॉलिथीन में पैक कर फ्रीज में रख देता। वह शव के एक टुकड़े की पॉलिथीन को पिट्ठू बैग में रखता और रात दो बजे महरौली के जंगल में फेंक कर आ जाता। वह जंगल में शव के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर फेंकता था। कई बार लोगों ने रात में जंगल में आने का उससे कारण पूछा तो वह कहता था कि वह शौच करने आया है। इस तरह वह 22 दिनों तक शव के टुकड़ों को जंगल में फेंकता रहा।
फ्रिज में खाने का सामान भी रखा हुआ था:
आरोपी फ्रिज के साइड वाले गेट पर खाने-पीने का सामान रखता था। जबकि उसके अंदर उसने शव के टुकड़े रखे हुए थे। फ्रिज में कोल्ड ड्रिक, पानी, बटर, पेप्सी व दूध आदि सामान रखा हुआ था। आरोपी फ्रीज से हर रोज फ्रीज से खाने-पीने का सामान निकालता था। हालांकि वह खाने का सामान ऑनलाइन मंगाता रहा।
10 जून का इंस्टाग्राम चलाता रहा:
दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आफताब ने पूछताछ में खुलासा किया है कि श्रद्धा के बारे में कोई संदेह न हो, इसके लिए वह दस दिन तक उसका इंस्टाग्राम चलाता रहा। अगर मृतका का कोई दोस्त उसे मैसेज भेजता था तो वह उसका जवाब भी देता था। 10 जून के बाद उसने मृतका का इंस्टाग्राम व मोबाइल बंद कर दिया था। इसके बाद श्रद्धा के दोस्तों को उसकी चिंता सताने लगी थी।
शादी के लिए तैयार नहीं थे मृतका के परिजन:
आफताब दूसरे समुदाय से ताल्लुक रखता है। इस कारण मृतका के परिजनों ने शादी करने की अनुमति नहीं दी थी। इस कारण दोनों ही मुंबई में सहमति संबंधों में रहने लगे थे। ये भी आरोप है कि आरोपी श्रद्धा के साथ मारपीट करता था।
मृतका अपने दोस्त लक्ष्मण के संपर्क में थी। वह ही उसके बारे में उसके माता-पिता को जानकारी देता था।
फ्लैट में एक और लड़की आती थी:
पुलिस को जांच में पता लगा है कि आफताब के फ्लैट में एक और लड़की आती-जाती थी। दूसरी लड़की ने श्रद्धा की मौत के बाद आफताब के पास आना शुरू किया था। मगर आरोपी ने दूसरी लड़की को श्रृद्धा के शव के टुकड़े फ्रिज में रखे होने का पता नहीं लगने दिया था। जब उसने शव के टुकड़े ठिकाने लगा दिए तो फ्लैट बदल लिया था।