देहरादून (दुःखद): एक युवती के प्रेमी की शादी कहीं और तय हो गई। वह आखिरी बार उससे मिलने आया, और बोला, अब उनके बीच सब कुछ खत्म हो गया। वह आगे से उससे मिलने नहीं आएगा। इस पर युवती ने आत्महत्या कर अपना सब कुछ खत्म ही कर दिया। अलबत्ता अब उसके प्रेमी पर पुलिस ने प्रेमिका को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एक प्रेम कहानी के दुःखद अंत की यह घटना राजधानी देहरादून की है। एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि यूजेवीएनल में संविदा पर काम करने वाली आकांक्षा मैंदोला पुत्री नागेंद्र प्रसाद मैंदोला निवासी यमुना कॉलोनी दोपहर एक बजे छुट्टी लेकर घर जाने के लिए कहकर निकल गई। इसके बाद मोबाइल की लोकेशन के आधार पर कौलागढ़ क्षेत्र में एक हाईटेंशन लाइन के टावर के पास उसका शव पड़ा मिला। शव की पहचान उसके पिता नागेंद्र मैंदोला ने अपनी बेटी आकांक्षा के रूप में की।
परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने दुष्कर्म के बाद हत्या करने का मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन पोस्टमार्टम में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद पुलिस ने टीमें बनाकर जांच शुरू की तो पता चला कि आर्मी के कोर ऑफ सिग्नल जयपुर में तैनात पपेंद्र सिंह निवासी मौगी, कैंपटी, जिला टिहरी गढ़वाल से उसने 60-70 बार कॉल की थी। इन दिनों वह छुट्टी पर आया है। पुलिस ने उसे टिहरी से हिरासत में लिया और पूछताछ की तो सारी कहानी खुल गई।
पुलिस पूछताछ में उसने बताया की आकांक्षा और उसकी पहचान इंस्टाग्राम पर दो साल पहले हुई थी। दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे। दोनों ने शादी का वादा भी किया। मगर, नवंबर 2021 में उसका किसी और के साथ रिश्ता तय हो गया। इसके बाद वह आकांक्षा से दूरी बनाने लगा। घटना के दिन भी वह उसे समझाने आया था। वह उसे बिंदाल पुल के पास मिला और किराये के स्कूटर पर बैठाकर घुमाने ले गया। राजपुर रोड पर एक होटल में तीन घंटे दोनों साथ रहे।
यहां उसने आकांक्षा से कहा कि वह उससे शादी नहीं कर सकता है। न ही इसके बाद मिलने आएगा। उनके रिश्ते में अब सब खत्म हो गया है। इसके बाद उसने बिंदाल पुल के पास आकांक्षा को छोड़ दिया। पुलिस के अनुसार, यहां से वह घर नहीं गई बल्कि टावर पर चुनरी से फंदा लगाकर जान दे दी। उन्होंने बताया कि इसके बाद मुकदमे को आत्महत्या के लिए उकसाने में बदल दिया गया है।