देश में इस इस समय Tomato Flu के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बच्चों में इस बीमारी के ज्यादा केस देखने को मिल रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक एडवाइजरी जारी कर दी है. इस एडवाइजरी में वो तमाम गाइडलाइन बताई गई हैं जिसका पालन करना जरूरी है. सरकार ने एक विस्तृत रिपोर्ट जारी कर Tomato Flu के लक्षण और इसके इलाज को लेकर भी बताया है.

टोमैटो फ्लू क्या है?

टोमैटो फ्लू एक वायरल बीमारी है जिसके परिणामस्वरूप शरीर के कई हिस्सों पर छाले/चकत्ते, त्वचा में जलन, और बच्चों में निर्जलीकरण की समस्याएँ होती है। यह वायरल बीमारी ज्यादातर पांच साल से कम उम्र के बच्चों में होती है। चूँकि, इस दौरान बच्चे के शरीर में बने छाले, चकत्ते, या फफोले और बच्चे का शरीर टमाटर की तरह लाल हो जाता है इस कारण इस वायरल बुखार का नाम टमाटर फ्लू यानि टोमैटो फ्लू रखा गया गया है।


टोमैटो फ्लू के कारण क्या हैं?

रोग के कारण अभी भी अज्ञात हैं। स्वास्थ्य अधिकारी अभी भी टोमैटो फ्लू के कारणों की जांच कर रहे हैं। इसके पीछे कई विशेषज्ञ डेंगू या चिकनगुनिया को कारण बता रहे हैं। हालांकि यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि, टमाटर बुखार एक प्रकार का फ्लू है जो केवल छोटे बच्चों पर हमला करता है।

बीमारी को खतरनाक बनने से रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग जागरूकता अभियान चला रहा है। हालांकि, यह बीमारी मुख्य रूप से केरल में फैली है। लेकिन देश का स्वास्थ्य मंत्रालय इसे लेकर चिंतित है। जिसके तहत कई राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है।


टोमैटो फ्लू के लक्षण क्या हैं?

फिलहाल तक सामने आए मामलों के अनुसार टोमैटो फ्लू के लक्षण निम्न प्रकार दिखाई दे सकते हैं :-

तेज बुखार 

बड़े फफोले, टमाटर के आकार का जो लाल रंग का होता है

चकत्ते

त्वचा में खराश

निर्जलीकरण

शरीर में दर्द

जोड़ों में सूजन

कुछ रोगियों में निम्न लक्षण भी दिखाई दियें है जो कि टोमैटो फ्लू की गंभीरता को दर्शाते हैं :-

हाथों, घुटनों और नितंबों का मलिनकिरण

मतली आना

उल्टी आना

पेट में ऐंठन हो जाना

थकान बने रहना 

सामान्य से ज्यादा खाँसना

छींक आना

अगर आपके बच्चे की उम्र पांच वर्ष या उसके करीब है और आप अपने बच्चे में उपरोक्त लक्षण देखते हैं तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से इस बारे में बात करनी चाहिए।


क्या टोमैटो फ्लू संक्रामक है?

फ्लू के अन्य मामलों की तरह, टोमैटो फ्लू भी संक्रामक है। आपको जानकार हैरानी होगी कि टोमैटो फ्लू एक छूत की बीमारी है जो छूने से फैलती है। इसलिए अगर आपके आसपास कोई इस बीमारी से पीड़ित है तो उससे दूरी बनाकर रखें और खासकर बच्चों को मरीज के करीब न आने दें। यह गलती आपके बच्चे को भारी पड़ सकती हैं। अगर आपका बच्चा इस गंभीर बीमारी की चपेट में आ गया है तो ऐसे में उसे सबसे अलग रखें और उसके करीब कम से काम जाएं। फ़िलहाल, यह लेख लिखे जाने तक राहत की बात यह कि अभी तक टोमैटो फ्लू से किसी की जान नहीं गई है।


टोमैटो फ्लू का इलाज क्या है?

अगर आपके बच्चे को टोमैटो फ्लू हो गया है तो आप अपने घर के अंदर और आसपास साफ-सफाई रखें। बच्चे के शरीर पर लाल चकत्ते होने पर उसे खुजलाना बंद कर दें। अपने स्वस्थ बच्चों को संक्रमित मरीजों से दूर रखें और उनके सामान का इस्तेमाल करने से बचें। एक्सपर्ट्स की माने तो इस बीमारी की सबसे बड़ी समस्या है कि इसमें रोगी के शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिसको ध्यान में रखते हुए रोगी के शरीर में पानी की कमी को दूर करते रहना होगा। फलों का जूस पीते रहें, शरबत पियें और शरीर में पानी की कमी को दूर करने के लिए पानी पीते रहें। अगर आपका बच्चा पानी नहीं ले रहा है तो ऐसे में उसे अस्पताल में भर्ती करा कर ड्रिप लगाईं जा सकती है।
जब आपका बच्चा टोमैटो फ्लू से संक्रमित हो जाए तो क्या करें? What to do when your child gets infected with tomato flu?

अगर आपका बच्चा टोमैटो फ्लू से संक्रमित हो गया है तो निम्नलिखित बातों का खास ध्यान रखें :-

तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें

उचित स्वच्छता बनाए रखें

अपने बच्चे को फफोले खरोंचने न दें

अपने बच्चे को उबला हुआ पानी पिलाकर उसे हाइड्रेटेड रखें

बच्चे को नहलाने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करें

संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क से बचें

फ्लू को फैलने से रोकने के लिए संक्रमित बच्चे द्वारा उपयोग किए जाने वाले कपड़े, बर्तन और अन्य सामान को अलग से साफ करना चाहिए

टोमैटो फ्लू होने पर कौन से घरेलू उपाय पाएं?

बिलकुल नहीं, अगर आपका टोमैटो फ्लू से जूझ रहा है तो आपको कोई भी घरेलु उपाय नहीं अपनाना चाहिए। फिलाहल, इस गंभीर बुखार के बारे में ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं हैं, जिसकी वजह से बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के उठाया गया कदम गंभीर परिणाम खड़े कर सकता है।

बल्कि, टमाटर बुखार के लक्षणों को जानें और देखते ही तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। त्वचा पर लाल छाले, त्वचा में जलन, जोड़ों में दर्द, नाक बहना, तेज बुखार, पेट दर्द, उल्टी, खांसी, शरीर में दर्द, छींक आना, दस्त और थकान इसके लक्षण हैं।

टमाटर फ्लू होने पर बच्चे को ज्यादा पानी पीना पड़ेगा। अगर आप पानी पी सकते हैं, तो कई समस्याएं हल हो जाएंगी। इसके अलावा रैश-आउट एरिया को भी धीरे से साफ करना चाहिए। अगर शरीर पर दोबारा घाव हो जाए तो सावधान हो जाएं। लेकिन उस रैश को अपने नाखूनों से किसी भी तरह से न खुजलाएं। ऐसे में संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ सकता है। ऐसे में सावधान रहने के अलावा कोई चारा नहीं है।